
सैलरी नहीं मिलने से डिग्री कॉलेज के प्रोफेसरों व कर्मचारियों का त्यौहार हुआ फीका
क्रांतिकारी संकेत न्यूज
रायगढ़। जिले का लीड कॉलेज डिग्री कॉलेज वित्तीय परेशानियों में फंस गया है। जिसके चलते प्राध्यापकों को एवं स्टॉफ को सैलरी नहीं मिल पाई है। ऐसे में क्या दशहरा और क्या दिवाली। सबकी हालत खस्ता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वेतन बनाने वाला व्यक्ति किसी बाहरी के होने के कारण वेतन संबंधी कार्य ठप हो गया है। बिलासपुर के रिटायर्ड सहा. प्राध्यापक को सैलरी एवं बिल संबंधी कार्य सौंपे जाने के बाद उक्त व्यक्ति अनियंत्रित हो गया है। जो अपनी मर्जी से वेतन बनाना या नहीं बनाना तय करता है। ऐसे में पूरा स्टॉफ परेशान है। महाविद्यालय में सैलरी नहीं निकलने से संपूर्ण स्टॉफ आक्रोशित है। उधर जिसे वित्तीय कार्य सौंपा गया है। उक्त व्यक्ति किसी भी प्रकार से सहयोग नहीं कर रहा है। इन सब बातों को लेकर आपसी तनाव बहुत बढ़ गया है जो जल्द ही विस्फोटक रूप ले सकता है।
बाहर का अकांउटेंट क्यों?
महाविद्यालय में दैनिक वेतन पर दो ऑपरेटर कार्य कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में बाहर के व्यक्ति को बिल वाउचर आदि की देखरेख करना, भुगतान करना, स्टॉफ की सैलरी बनाना आदि कार्य करने के लिए क्यों दिया गया? यह भी जानकारी मिली है कि उक्त व्यक्ति मर्जी होती है तो महाविद्यालय प्रबंधन का फोन उठाता है और मर्जी नहीं होती है तो फोन नहीं उठाता है। यदि महाविद्यालय में लेखा संबंधी कार्य हेतु कोई योग्य व्यक्ति नहीं है तो जिले के ही शहर में दो अन्य कॉलेज हैं जहां पर अकाउटेंट मौजूद है। ऐसे में स्थानीय व्यक्ति का सहयोग लिया जाना चाहिए। बिलासपुर से सहयोग लेना डिग्री कॉलेज के प्रबंधन के लिए गले की फांस बन गई है। जिसके चलते सब समस्याएं आ रही है।
बन सकता है पुलिस केस
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिलासपुर के जिस व्यक्ति को वेतन संबंधी कार्य करने का अधिकार दिया गया है वह व्यक्ति स्कूल की आई डी और पासवर्ड रखा हुआ है। और जब उससे पासवर्ड मांगा जाता है तो वह देने से इंकार करता है। और तो और यह भी पता चला है कि उसने पासवर्ड बदल दिया है जिसके चलते कॉलेज में उक्त आईडी नहीं खुल रही है। यदि ऐसा है तो यह कानूनन अपराध माना जाएगा। वित्तीय संबंधी कार्यों में इस प्रकार की लापरवाही अपराध मानी जाती है। यदि कार्य करने के लिए उसे आईडी पासवर्ड दिया गया है तो प्रबंधन जब चाहे उसे वापस ले सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। सूत्रों ने यह भी बताया कि वह व्यक्ति पैसा ऐंठने की नियत से ऐसा कर रहा है। जिसके चलते पूरा डिग्री कॉलेज परेशान है।