
क्रांतिकारी संकेत न्यूज
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक बार फिर भीड़ अनियंत्रित हो गई है। जिला अस्पताल के बाहर जमा भीड़ ने एएसपी निमिषा पांडे और पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। जान बचाने के लिए पुलिसकर्मियों और एएसपी को भागना पड़ा है। महिलाओं ने एएसपी पर भी लाठी चला दी। इस घटना में ASP को चोट आई है। महिलाओं और ग्रामीणों ने शव वाहन को भी रोक दिया था। इसी बीच फॉरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंची है।
दरअसल, पुलिस जिला बलरामपुर जिला अस्पताल से शव को मृतक के गांव ले जाना चाहती है, लेकिन वहां जमा भीड़ पुलिस को शव ले जाने से मना कर रही। भीड़ शव लेने से इनकार कर रही है। बताया जा रहा है कि अब शव को लेकर पुलिस मृतक के गांव संतोषीनगर पहुँच गई है। गांव में भारी संख्या में पुलिस की टीम मौजूद है।

भीड़ का आरोप है कि मृतक गुरूचरण मंडल की थाने में पुलिसकर्मियों की पिटाई से मौत हुई है। इसी के विरोध में ग्रामीण आक्रोशित है और पुलिसकर्मियों को शव नहीं ले जाने दे रहे है। फिलहाल, मौके पर पुलिस बल तैनात है और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, मृतक युवक का नाम गुरूचरण मंडल था और संतोषीनगर गांव में रहता था। मृतक एलआरएचएम में चपरासी के पद पर तैनात था। कोतवाली पुलिस एक मामले में गुरूचरण को पूछताछ के लिए आये दिन बुला रही थी। घटना वाले दिन भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
इस दौरान थाने के बाथरूम में गुरूचरण मंडल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया ये भी जा रहा है कि मृतक की पत्नी भी गायब है। इस घटना के बाद आज ही कुछ लोग थाने पहुंचे थे और चक्काजाम किये थे। गुरुवार की देर शाम फिर से ग्रामीणों की भीड़ फिर से थाने का घेराव कर दिए। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ।
जिला अस्पताल के बाहर भी आज लोगों ने जमकर हंगामा मचाया और मृतक के परिवार जनों को नौकरी एवं मुआवजा देने की मांग की। साथ ही पुलिस थाने में पदस्थ अन्य पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की मांग की। समाज के लोगों ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर एसडीएम अमित श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा है।