
शहर में मीटर रीडिंग का कार्य पड़ा ठप, स्मार्ट मीटर लगने पर मंडरा रहा बेरोजगार होने का खतरा
क्रांतिकारी संकेत न्यूज
रायगढ़। रायगढ़ समेत पूरे प्रदेश के मीटर रीडर अनिश्चतकालीन हड़ताल पर चले गई हैं। स्मार्ट रीडर के विरोध में पहले उन्होंने ज्ञापन व धरना प्रदर्शन किया, लेकिन शासन-प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली। इसके बाद बुधवार से वे हड़ताल पर चले गए हैं। मीटर रीडर के हड़ताल पर जाने से शहर में मीटर रीडिंग का कार्य ठप पड़ गया है।
मीटर रीडरों का कहना है कि छत्तीसगढ़ की सरकारी पावर कंपनी के मीटर रीडर की समस्या विद्युत वितरण कंपनी लगातार नजरअंदाज कर रहा है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद इन सभी मीटर रीडरों के सिर में बेरोजगार होने का खतरा मंडरा रहा है, यही कारण है कि स्पाट बिलिंग एवं मीटर रीडिंग करने वाले कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। विद्युत वितरण कंपनी में सालों से लोग मीटर रीडिंग का काम कर रहे हैं, जिससे लोगों का घर का खर्च चलता है लेकिन अब स्मार्ट मीटर लगने के बाद इन रीडरों की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। यही कारण है कि बेरोजगारी के भय से सभी रीडर अपने लिए कंपनी में कोई अन्य काम की मांग कर रहे है, लेकिन अभी तक कंपनी से कोई भी आश्वाशन नहीं मिला है। इस संबंध में आज उन्होंने कंपनी के अध्यक्ष को इस संबंध में नोटिस दे दी है। अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से पहले स्पाट बिलिंग एवं मीटर रीडिंग श्रमिक ठेका कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर 5 दिन की हड़ताल की थी।
इस दौरान कंपनी प्रबंधन की तरफ से उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. इसके पहले भी संघ द्वारा कई बार इस विषय को लेकर चर्चा की गई है लेकिन कंपनी को इतने लोगों के बेरोजगार होने की जरा भी चिंता नहीं है. इससे नाराज महासंघ ने 6 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है. इस अनिश्चित हड़ताल होने से नवंबर महीने में रीडिंग का काम नहीं होगा, जिससे उपभोक्ताओं को इस महीने का बिजली बिल नहीं मिलेगा।