
रायगढ़ नगर निगम के तीन वार्डों 45, 47, 48 में पिछले चुनाव में रहा भाजपा का दबदबा, इस बार कांग्रेसी भी लगाएंगे दमखम
भगवानपुर में सीसी रोड निर्माण कार्य प्रगति पर, विजयपुर गोवर्धनपुर और बोईरदादर में आज भी विकास का बाट जोह रहे हैं लोग
क्रांतिकारी न्यूज
रायगढ़। विकास के दावे और वादों के दिन फिर आ गए हैं। लेकिन लोग अपने जनप्रतिनिधियों को अभी पुराने वादों को ही याद दिला रहे है। क्योंकि 2019 के निकाय चुनाव में किए गए वादे अब तक कई वार्डों में पूरे नहीं हुए हैं। रायगढ़ शहर के मध्य क्षेत्र के वार्डों में हुए विकास कार्यों का कोई आकलन का पैमाना क्या है, यह तो बता पाना फिलहाल मुश्किल है। लेकिन शहर के बाहरी क्षेत्र और ग्रामीण परिवेश वाले कई विकास के बाट जोह रहे रहे हैं। एक ओर आचार संहिता लगने के बाद भी वार्ड क्रमांक 45 भगवानपुर में सीसी रोड निर्माण कार्य कराया जा रहा है वहीं वार्ड क्रमांक 47 विजयपुर गोवर्धनपुर और बोईरदादर के लोग आज भी विकास की बाट जोह रहे है। 2019 के नगर निकाय चुनाव में रायगढ़ शहर के वार्ड क्रमांक 45, 47 और 48 से भाजपा का दबदबा था मतदाता पार्षदों के कामकाज को लेकर आकलन कर रहे हैं। इन तीनों वार्डों में सीटिंग पार्षद या उनके स्थान पर उनकी पति या पत्नी चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं। वहीं भाजपा की गढ़ बन चुके इन तीनों वार्डों में कांग्रेस इस बार सशक्त उम्मीदवार उतारकर दमखम के साथ चुनाव में भारी उलटफेर कर सकती है।
वार्ड क्रमांक 45 भगवानपुर : सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण की
वार्ड क्रमांक 45 भगवानपुर में वर्तमान पार्षद नारायण प्रसाद पटेल हैं जो कि 270 मतों से जीत हासिल कर पार्षद बने थे। इस बार भी वह अपनी दावेदारी पेश कर कर चुके हैं। इस वार्ड से अभी तक और कोई दूसरा नाम सामने नहीं आया है। इस वार्ड की आम जनता इन्हें पॉजिटिव तौर से देख रही है जिस कारण फिर जिस कारण उनकी दावेदारी भाजपा से काफी मजबूत मानी जा रही है। मालीडिपा, पार्क एवेन्यू, वृंदावन कॉलोनी भगवानपुर जैसे रिहायशी इलाके इस वार्ड के प्रमुख हिस्से हैं। इस वार्ड में सबसे ज्यादा समस्या प्रदूषण की है। यहां हर कोई प्रदूषण से परेशान है। घर हो या बाहर हर कोई प्रदूषण की चपेट में है लेकिन प्रदूषण को लेकर कोई कारगर उपाय इस वार्ड में अब तक नहीं हो पाया है। वार्ड के विकास कार्यों की बात करें तो लगभग वार्ड में सीसी रोड पूरे किए जा चुके हैं। कुछ जगहों में अभी भी निर्माण कार्य चल रहा है। भगवानपुर का तालाब आज भी कार्य का प्रतीक्षा कर रहा है लेकिन इस वार्ड में युवा पार्षद नारायण प्रसाद पटेल के कामकाज से वार्डवासी काफी संतुष्ट नजर आए। गिने-चुने लोग ही पार्षद के कामकाज को लेकर नाराजगी व्यक्त कर रहे थे। अधिकांश लोगों ने पार्षद के कामकाज पर संतुष्टि व्यक्त की है। इस वार्ड से कांग्रेस को किसी मजबूत चेहरे को चुनावी मैदान में उतरना होगा। तभी इस वार्ड से भाजपा और युवा पार्षद नारायण प्रसाद का तिलिस्म टूटेगा।
इस बार वार्ड क्रमांक 48 में कांग्रेस-भाजपा के बीच कांटे की टक्कर
2019 के नगर निकाय चुनाव में वार्ड क्रमांक 48 बोईरदादर में भाजपा का कब्जा था। इस वार्ड से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती सुनीता महेश शुक्ला लगभग 770 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। इस बार आरक्षण के बाद बोईरदादर सामान्य मुक्त घोषित हुआ है। इस वार्ड से भाजपा से महेश शुक्ला चुनावी मैदान में उतरने की पूरी तैयारी कर चुके हैं। इस वार्ड से उनके खिलाफ भी भाजपा में कोई दावेदार फिलहाल नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस इस वार्ड से जयदेव मिश्रा को चुनाव लड़ा सकती है। जयदेव मिश्रा संगठन में महामंत्री के पद पर कार्यरत हैं वार्ड में भी काफी सक्रिय हैं। इस बार वार्ड क्रमांक 48 के पार्षद चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखी जा सकती है। लेकिन भाजपा नेता महेश शुक्ला अपनी धर्मपत्नी के पार्षद के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को लेकर काफी ज्यादा उत्साहित है। साथ ही महेश शुक्ला सक्रिय कामकाज को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। वार्ड वासियों के बीच अपनी उपस्थिति को चुनाव जीतने को लेकर बिल्कुल आश्वस्त हैं। इस वार्ड में विकास कार्यों की बात करें तो सडक़ नाली साफ सफाई की व्यवस्था तो है मगर वार्ड में पचरी निर्माण, तालाबों का सौंदर्यीकरण और कुछ क्षेत्रों में रोड के डामरीकरण के कार्य बाकी है।
वार्ड क्रमांक 47: आज भी मूलभूत सुविधाएं नहीं
वार्ड क्रमांक 47 विजयपुर गोवर्धनपुर शहर का अभिन्न अंग है लेकिन इस वार्ड में आज भी मूलभूत सुविधाओं की कमी साफ नजर आती है। इस वार्ड में नाली की साफ-सफाई तथा पेयजल की समस्या आज भी बनी हुई है। कोरियादादर में अमृत मिशन का पानी अब तक नहीं पहुंच पाया है। इस वार्ड में पदुमलाल परजा पार्षद है। आरक्षण के बाद महिला के लिए सीट आरक्षित हो गई है। इसलिए इस बार पदुमलाल अपनी अर्धांगिनी श्रीमती संतोषी परजा को चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुके हैं। लेकिन इस वार्ड में उनके कार्यकाल हुए विकास कार्यों कमी रह गई है इसलिए इस वार्ड में इस बार राजनीतिक समीकरण बदल सकता है। इस वार्ड से कांग्रेस नेता दीपक एक्का अपने परिवार की महिला सदस्य श्रीमती केरकेट्टा को चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि टिकट उनके ही परिवार को मिलेगा। इस वार्ड में दीपक एक्का की पकड़ काफी मजबूत है। दीपक पहले भी पार्षद के रूप में इस वार्ड में अपना काम कर चुके हैं। इसीलिए कांग्रेस के प्रत्याशी को चुनाव जीतकर लाने को लेकर काफी हद तक आश्वासन नजर आ रहे हैं।