
क्रांतिकारी संकेत
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए संगम नोज पर असंख्य लोग पहुंचे थे. इस दौरान मची भगदड़ को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. घटना घटित होने की वजह सामने आई है. बताया जा रहा है कि इस हादसे के पीछे दो मुख्य वजह थी. जिसके चलते 20-30 लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ गई.
दुर्घटना की दो प्रमुख वजह
अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे. इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई. जिससे बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए. यह देख भगदड़ फैलने की अफवाह मच गई.

संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे. लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे. ऐसे में जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला. वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए.

बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में 29 जनवरी की रात 1 बजे भगदड़ मच गई. चश्मदीदों ने दावा किया था कि इस हादसे में कई लोग घायल हैं. हालांकि बाद में 15 लोगों की मौत की खबर भी सामने आई. शुरुआती जानकारी के मुताबिक घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और अन्य प्रशासनिक इकाईयां पहुंचीं और घायलों को अस्पताल ले जाया गया. संगम तट पर दर्जनों एम्बुलेंस मौजूद है. लगातार घायलों को निकाला जा रहा है. घायलों को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.