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रायगढ़ में पक्ष और विपक्ष के नेताओं की ताजपोशी के साथ बनेगी नई शहर सरकार

निगम सभापति व नेता प्रतिपक्ष के लिए कयासों का दौर शुरू, एल्डरमैन बनने की चाह रखने वाले भाजपा नेता भी हुए सक्रिय

क्रांतिकारी न्यूज
रायगढ़।
रायगढ़ नगर निकाय चुनाव के परिणाम आए चार दिन हो गए हैं। अब शहर सरकार बनाने को लेकर भाजपा के नेताओं में चहलकदमी शुरू हो गई है। इस बार रायगढ़ शहर के मतदाताओं ने भाजपा को एक तरफ जनादेश दिया है। इससे पहले कभी भी भारतीय जनता पार्टी ने रायगढ़ नगर निगम में ऐसी जीत दर्ज नहीं की है।
यूं तो नगरीय निकाय तथा पंचायत के चुनाव में सत्ता पक्ष को ही ज्यादा लाभ मिलता है। मगर रायगढ़ जिले के नगर निकाय और नगर पंचायतों के परिणाम कांग्रेस के लिए आत्मचिंतन का विषय है। शहर सरकार बनाने के लिए अब पार्टियों में सभापति और विपक्ष के नेता और शासन के मनोनीत पार्षद चुनने का कवायद तेज हो गई है।

फिलहाल भाजपा में महापौर जीवर्धन चौहान के कोर कमेटी, असेंबली यानी (एमआईसी) में कौन-कौन शामिल होंगे और किसी नेता को सभापति का दायित्व मिलेगा, इस पर गुफ्तगू तो चल ही रहा है मगर इसके अलावा कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष किसे बनाएगी इस बात को लेकर भी शहर के ठेले गुमटी के साथ राजनीतिक गलियारों में खूब हल्ला हो रहा है। दूसरी तरफ एल्डरमैन बनने की चाह रखने वाले भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता भी अपने-अपने बायोडाटा में करेक्शन कर रहे हैं। खैर सबकी अपनी-अपनी महत्वाकांक्षा और राजनीति है। सभापति बनने या बनाने की इच्छा रखने वाले दो-तीन भाजपा नेताओं ने निर्वाचित पार्षदों से मुलाकात कर उनके दिलों को टटोलना भी शुरू कर दिया है। वे अपने या अपने समर्थित पार्षद के पक्ष में पार्षदों की लॉबी तैयार कर रहे हैं। जिससे वे अधिक दावेदारों के बीच सहमति नहीं बनने की स्थिति में सभापति बनाए जाने के लिए वोटिंग की स्थिति में पार्टी के अंदर ही चुनाव जीत सके। मगर इन सब बातों से हटकर एक बात तो अब भाजपा में स्पष्ट तौर पर समझना होगा कि रायगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के संगठन और सरकार की राजनीति में रायगढ़ विधायक प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री ओपी चौधरी बिना सहमति के किसी भी नाम पर मोहर नहीं लग सकती है।

रायगढ़ नगर निगम के चुनाव के दरमियान और परिणाम आने के बाद रायगढ़ नगर निगम के सभापति के लिए जो योग्य नाम उभर कर सामने आ रहे हैं उसमें सबसे पहला नाम नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रही पूनम दिबेश सोलंकी का नाम हैं। उनमें दूसरा नाम भूतपूर्व सभापति सुरेश गोयल और भूतपूर्व प्रतिपक्ष के नेता रहे पंकज कंकरवाल शामिल हैं। इनके अलावा सभापति के लिए चौथे दावेदार के रूप में अशोक यादव का नाम भी सामने आ रहा है। इनके साथ भाजपा के अन्य वरिष्ठ पार्षद भी सभापति की दौड़ में शामिल हैं।

जल्द होगी शहर सरकार की घोषणा
ऐतिहासिक जनादेश देने के बाद अब शहर के नागरिकों को अच्छे और स्वच्छ शहर सरकार का इंतजार है। जानकारी के मुताबिक सभापति और एमआईसी के नामों के चयन को लेकर भी स्थानीय विधायक वित्तमंत्री ओपी चौधरी रायगढ़ शहर के वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ सभापति और एमआईसी सदस्यों के संभावित नाम पर मंथन कर सकते हैं। इस बात की अधिक संभावना है कि सभापति के लिए सुरेश गोयल व पूनम सोलंकी का नाम तय किया जा सकता है। वहीं एमआईसी में पूनम पटेल सोलंकी, आशीष ताम्रकार, मुक्तिनाथ प्रसाद, शोभा देवांगन, सरिता राजेंद्र ठाकुर, त्रिनिशा, नारायण पटेल, डिग्रीलाल साहू, पंकज कंकरवाल, महेश शुक्ला, अमित शर्मा, मोहम्मत नवाब के नामों पर प्राथमिकता से विचार हो सकता है। सभापति और एमआईसी के लिए नाम फ़ाइनल करने के बाद अगली कड़ी में शासन स्तर पर एल्डरमैन के नियुक्ति के लिए नाम तय किए जाएंगे।

कौन बनेगा नेता प्रतिपक्ष
नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस को उम्मीद से ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। कांग्रेस नेताओं का एक बड़ा कुनबा निकाय की राजनीति से बाहर हो गया है। रायगढ़ नगर निगम का 48 में से 12 वार्डों में ही कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव जीत पाए हैं। नगर सरकार में विपक्ष कभी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होता है रायगढ़ नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, इस बात को लेकर भी सुगबुगाहट चलने लगी है। चुनाव जीतने वाले 12 पार्षदों में से किसके सिर नेता प्रतिपक्ष का ताज सजेगा, इसके लिए भी कई नाम की जिसमें सातवीं बार नगर निगम पहुंचने वाले सलीम नियारिया, जयंत ठेठवार, इनके अलावा लक्ष्मी साहू, अनुपमा शाखा यादव, विकास ठेठवार और और राजू प्रदीप टोप्पो का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है।

Mentor Ramchandra (Youtube)

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