
क्रांतिकारी संकेत
डोंगरगढ़। डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर रोपवे की ट्राली एक बार फिर डिरेल होकर एक ओर झुक गई. गनीमत रही कि ट्रॉली में कोई सवार नहीं था, वरना यह घटना किसी बड़ी अनहोनी में बदल सकती थी. चौंकाने वाली बात ये है कि ये वही जगह है जहां करीब डेढ़ महीने पहले वीआईपी नेताओं से भरी ट्रॉली पलट गई थी, तब बीजेपी प्रदेश महामंत्री भरत वर्मा, पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा और मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष मनोज अग्रवाल घायल हुए थे. उस समय प्रशासन और ट्रस्ट ने जांच और सुधार के वादे किए थे. रोपवे कुछ दिन बंद रहा, खानापूर्ति हुई, और फिर ‘सुधार’ का सर्टिफिकेट लेकर संचालन शुरू कर दिया गया. अब एक बार फिर वही लापरवाही सामने आई है.
सूत्रों की मानें तो बिना पूरी जांच और ऑटोमैटिक सेफ्टी सिस्टम इंस्टॉल किए रोपवे को सिर्फ मैनुअल मोड में चलाया जा रहा है. यही वजह है कि अब फिर वही खामी सामने आ गई ट्रॉली डिरेल हुई, और सवाल फिर वहीं खड़ा हो गया.