
क्रांतिकारी संकेत
मंगलवार को शेयर बाजार में कुछ ऐसा हुआ, जिसने निवेशकों को चौंका दिया — सेंसेक्स ने +971.79 (1.19%) अंकों की जोरदार छलांग लगाई और 82,868.58 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया. वहीं, निफ्टी भी +292.00 (1.17%) अंकों की बढ़त के साथ 25,263.90 के पार पहुंच गया।
सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं, बल्कि पूरा बाजार ऊर्जा से लबरेज़ नजर आया. सेंसेक्स के 30 में से 29 स्टॉक्स में तेजी रही, जबकि निफ्टी के 50 में से 46 शेयर हरे निशान में बंद हुए. खासतौर पर बैंकिंग, ऑटो और आईटी सेक्टर के स्टॉक्स में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली. अडाणी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व और एशियन पेंट्स जैसे शेयरों में 3% तक की तेजी दर्ज की गई. सिर्फ NTPC थोड़ा लाल निशान में रहा।
जोरदार उछाल के पीछे कौन से फैक्टर्स…
ईरान-इज़राइल संघर्ष में सीजफायर का दावा: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तड़के 3:30 बजे ईरान-इज़राइल युद्ध में सीजफायर का संकेत दिया, जिससे जियोपॉलिटिकल तनाव में ठहराव की उम्मीद बढ़ी. इसका सीधा असर निवेशकों की धारणा पर पड़ा और भरोसा लौटा.
क्रूड ऑयल की कीमतों में भारी गिरावट: ब्रेंट क्रूड की कीमतें 1.8% गिरकर $67.17 प्रति बैरल पर पहुंच गईं, जबकि WTI 2% गिरकर $67.13 प्रति बैरल पर बंद हुआ. तेल की कीमतों में गिरावट से भारत की अर्थव्यवस्था और कॉर्पोरेट मार्जिन दोनों को राहत मिली.
विदेशी निवेशकों की वापसी: 23 जून को एफआईआई (FIIs) ने ₹5,592 करोड़ के शेयर खरीदे — जो एक दिन में सबसे बड़ी खरीदारी में से एक है. वहीं डीआईआई (DIIs) ने ₹1,874 करोड़ की बिकवाली की. जून में अब तक एफआईआई की शुद्ध खरीद ₹9,488 करोड़ को पार कर चुकी है.
आरबीआई का बड़ा कदम — इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग पर छूट: भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों और एनबीएफसी (NBFC) के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग के नियमों में ढील दी है. इससे बैंकिंग सेक्टर में लिक्विडिटी बढ़ी और पीएसयू एवं प्राइवेट बैंकों दोनों के शेयरों में उछाल देखा गया