
सुबह से जेड मशीन, जेसीबी, पंप आदि संसाधनों से जुटा रहा निगम अमला, दोपहर बाद स्थिति हुई सामान्य
क्रांतिकारी संकेत
रायगढ़। मंगलवार रात से हुई भारी बारिश के कारण शहर के विभिन्न गली- मोहल्ले में जल भराव बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई थी, जिसपर सुबह 6:00 बजे से ही निगम कमिश्नर बृजेश सिंह क्षत्रिय के निर्देश पर अलग-अलग टीम द्वारा जल भराव क्षेत्र में पानी निकासी बहाल करने के लिए जेड पंप, जेसीबी, पंप एवं गैंग लगाकर कार्य किया गया। इस दौरान जिन स्थानों पर जल भराव ज्यादा था वहां सडक़ एवं दीवार को तोडक़र पानी निकासी के लिए रास्ता बनाया गया, जिससे दोपहर तक अधिकांश स्थानों पर स्थिति सामान्य हो गई थी।
रात से हो रही भारी बारिश को देखते हुए कमिश्नर श्री क्षत्रिय द्वारा सभी सफाई दरोगा, सभी इंजीनियर, सभी सहायक कर निरीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी रखने के निर्देश दिए गए थे। रात में भी जल भराव की स्थिति का अपडेट कमिश्नर श्री क्षत्रिय द्वारा अधिकारियों एवं कर्मचारियों से लिए जा रहे थे। सुबह 6:00 बजे से टीम के साथ कमिश्नर श्री क्षत्रिय ने जल भराव सभी क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान सभी जल भराव बाढ़ ग्रसित स्थानों पर टीम, जेसीबी, पंप मशीन, गैंग एवं अन्य संसाधन लगाकर तेजी से पानी निकासी बहाल करने के कार्य तत्काल शुरू कराया गया। इसमें खेतपारा में ज्यादा मात्रा में जल भराव की स्थिति बनी हुई थी, यहां वैकल्पिक व्यवस्था के तहत तेज गति से पानी निकासी के लिए जेसीबी के माध्यम से दीवार को तोड़ा गया। इससे यहां कुछ घंटे में जल भराव की स्थिति सामान्य हुई। इसी तरह पैठु डबरी नाले में फंसे झाडिय़ां, कचरा को जेसीबी से निकलवाया गया एवं नाले के किनारे को भी चौड़ा किया गया। बैजनाथ मोदीनगर में रेलवे ठेकेदार द्वारा कार्य पूर्ण नहीं करने की स्थिति के कारण अत्यधिक जल भराव की स्थिति बनी गई, यहां भी पानी निकासी के लिए पुल की मिट्टी एवं निर्माण सामग्री के मलवा को निकलवाया गया।
चिरंजीव दास नगर एवं बालसमुद में फंसे झाडिय़ां, घोड़ा घास कचरे को जेसीबी से निकलवाया गया। इससे यहां तेज गति से पानी निकासी होने लगी। भगवानपुर सीएमओ तिराहा के पास नाले में बड़ी मात्रा में जलकुंभी एवं कचरा फंसा हुआ था, जिसे भी पानी निकासी बाधित हो गई थी। यहां भी जेसीबी से कचरा एवं जलकुंभी सहित झाडिय़ां को निकल गया, जिससे पानी निकासी अच्छे से होने लगी। निगम कमिश्नर श्री क्षत्रिय ने सभी सफाई दरोगा को शहर के जहां पर भी जल भराव की स्थिति निर्मित हुई है उसकी समस्या को खोजने और मशीन व संसाधन, गैंग लगाकर वैकल्पिक नाली निकाल सफाई कर तत्काल पानी निकासी को बहाल करने और जल स्तर को शीघ्रता से सामान्य पर लाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके तहत सभी सफाई दरोगा, राजस्व की टीम एवं इंजीनियर की टीम ने जल भराव कालोनी मोहल्ले पर सुबह से शाम तक कार्य किया।
रामनिवास टाकीज चौक पर नाले तक खोदी गई सडक़
संजय मार्केट में स्थित नाले से पानी निकासी कम होने के कारण सडक़ के उसपार के घरों में पानी भरने की समस्या आ रही थी। इसपर रामनिवास टॉकीज के पास सडक़ को 2 फीट गहरा, डेढ़ फीट चौड़ा खोदकर बड़े नाले से मिलाया गया। इससे पानी निकासी अच्छी तरह से बहाल हो गई और वहां जल भराव की समस्या का निराकरण हुआ। इसी तरह धांगरडीपा वार्ड क्रमांक 2 में जल भराव होने के कारण एक खाली जमीन से जेसीबी के माध्यम से कच्चा नाली निकाल कर पानी निकासी के लिए रास्ता बनाया गया। सिद्धि विनायक कॉलोनी के पास ज्यादा जल भराव की समस्या आ गई थी, यहां कॉलोनाइजर द्वारा नाली नहीं निकालने के कारण ज्यादा मात्रा में जल भराव होने और लोगों के घरों में पानी भरने की समस्या खड़ी हो गई थी। इसपर कॉलोनाइजर द्वारा उठाए गए बाउंड्रीवॉल को दो तरफ से तोडक़र दोनों नालियों में मिलाया गया। इसी तरह पैठु डबरी एवं गर्ल्स डिग्री कलेज में भरे पानी को दो डीजल और एक पेट्रोल पंप लगाकर भरे हुए पानी को निकाला गया। इससे कुछ ही घंटे में यहां स्थिति सामान्य हुई।
रामपुर एवं उर्दना पहाड़ से आता है शहर में बारिश का पानी
बारिश होने पर रामपुर एवं उर्दना पहाड़ से अत्यधिक मात्रा में शहर की ओर पानी नीचे उतरता है। यह विभिन्न नालों से होते हुए शहर के बाहर निकलता है। अधिकांश जगहों पर नालों में अतिक्रमण एवं पूर्व में विभिन्न कार्यों के दौरान ह्यूम पाइप डालने के कारण भी पानी निकासी आवश्यकता अनुसार नहीं होने संबंधित बातें सामने आई है, जिस कारण भारी बारिश होने पर जल भराव होने की स्थिति बनती है।