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मंत्रिमंडल विस्तार में अमर अग्रवाल शामिल होंगे या नहीं? दौड़ में शामिल हुए राजेश अग्रवाल एवं सम्पत अग्रवाल

अजय चंद्राकर, गजेन्द्र यादव का भी नाम चर्चा में

क्रांतिकारी संकेत
रायगढ़।
छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय की सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर काफी महीनों से बातचीत चल रही है। जिसमें 2 मंत्रियों का मनोनयन किया जाना है। छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय की सरकार वर्ष 2023 के दिसंबर में हुए चुनाव में जीत के बाद बनी थी, जिसमें बृजमोहन अग्रवाल सहित 12 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी। सरकार में विधायकों की संख्या संख्या के अनुसार कुल 13 मंत्री शपथ ले सकते थे। लेकिन भाजपा ने 12 मंत्री में शपथ ली अर्थात 1 मंत्री और भी नए बन सकते थे। लेकिन लोकसभा चुनाव के पश्चात विधायकों की मेहनत एवं परिणाम के बाद मंत्री पद का चयन होना था। परंतु लोक सभा में छ.ग. सरकार के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के चुनाव लडऩे से 1 मंत्री पद और कम हो गया।

इसलिए अब 2 नए मंत्री छ.ग. सरकार में बन सकते हैं। कई महिनों से मंत्री पद के विस्तार में अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, गजेन्द्र यादव के मंत्री बनने का चल रह था लेकिन भाजपा की अंदरूनी खींचतान के कारण मंत्री पद का विस्तार वर्तमान समय तक नहीं हो पाया। हाल ही में अंदरखाने से यह खबर भी छन-छन कर बाहर आ रही है कि अमर अग्रवाल का पत्ता संभवत: काट देने में विरोधियों ने लगभग सफलता पा ली है। हालांकि अमर अग्रवाल मजबूत राजनैतिक पृष्ठभूमि से आते हैं। वे छत्तीसगढ़ भाजपा के पितृ पुरूष स्व. लखीराम अग्रवाल के पुत्र एवं कई बार के विधायक है। उन्हें डॉ. रमन सिंह और विष्णु देव साय का प्रिय पात्र भी माना जाता है। ऐसे में उनका पत्ता काट पाना आसान नहीं है। इसके बावजूद भी यदि किसी कारण से अमर अग्रवाल का नाम मंत्रिमंडल विस्तार नहीं आता है तो अग्र समाज की ओर से एक मंत्री का चुना जाना तय है ऐसे में सरगुजा में टीएस सिंहदेव को हराने वाले राजेश अग्रवाल का नाम जोर-शोर से चल रहा है। राजेश अग्रवाल कांग्रेस सरकार में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सिंहदेव को हराकर विधानसभा में पहुंचे हैं। ऐसे में उनकी दावेदारी पुख्ता नजर आती है। दूसरी ओर बसना विधानसभा से शानदार जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे सम्पत अग्रवाल भी जोर मार रहे हैं। सम्पत अग्रवाल को मंझा हुआ राजनीतिज्ञ माना जाता है। हालांकि वे किसी गुट विशेष से नहीं माने जाते हैं।

इन दोनों के अलावा रमन गुट से राजेश मूणत का नाम भी अग्र समाज से चर्चा में नजर आता है। लेकिन जिस कारण से अमर अग्रवाल का नाम कट रहा है या कट सकता है उसी कारण से राजेश मूणत का नाम भी फंसा हुआ नजर आ रहा है। अन्य मंत्री पद के लिए वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव, दुर्ग के विधायक गजेन्द्र यादव का भी नाम चर्चा में है। हालांकि अंतिम रूप से किसका नाम तय होगा, यह तो आलाकमान ही जाने तब तक जनता चर्चा करके राजनीतिक गपशप कर रही है।

हरियाणा की तर्ज पर हो सकते हैं 14 मंत्री
छत्तीसगढ़ की तरह हरियाणा में भी विधानसभा में 90 विधायक हैं। लेकिन वहां पर मंत्रियों की संख्या 14 है। चूंकि कानून के अनुसार 15 प्रतिशत विधायक ही मंत्री बन सकते हैं इसके आधार पर 13.5 मंत्री शपथ ग्रहण कर सकते हैं। हरियाणा में 14 मंत्रियों ने शपथ ली है अर्थात छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी 13 की जगह 14 मंत्री मुख्यमंत्री समेत बन सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो किसी 1 विधायक की किस्मत चमक सकती है, जो मंत्री बनेंगे। अर्थात पिछली सरकार में जो 13 मंत्री थे, उनकी जगह कुल 14 मंत्री परिषद में शामिल हो सकते हैं। देखते हैं किसकी किस्मत चमकती है।

क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण होगा महत्वपूर्ण
छत्तीसगढ़ सरकार के विष्णु देव साय मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत वर्तमान में 11 मंत्री है जिसमें सबसे ज्यादा मंत्री सरगुजा संभाग से है। इसलिए राजेश अग्रवाल के मंत्री बनने में रूकावट नजर आ रही है। दूसरी ओर रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग से केवल 1-1 मंत्री है। ऐसे में रायपुर से किसी 1 के मंत्री बनने की संभावना बलवती हो रही है। दूसरी ओर बस्तर संभाग से केवल केदार कश्यप ही अकेले मंत्री है। जबकि बस्तर से काफी बड़ी जीत भाजपा को विधानसभा में मिली है ऐसे में बस्तर संभाग से एक और विधायक का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इसी तरह यादव समाज एवं अग्र समाज को भी जातिगत समीकरण के आधार पर मंत्री पद देने की बात चल रही है। चूंकि अग्र समाज से बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा जीतने पर इस्तीफा दे दिया था। इसलिए अग्र समाज का प्रतिनिधि फिलहाल सरकार में नहीं है। कुल मिलाकर सरकार की गठन में क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण भी काम करेगा। फिलहाल कौन बनेगा और कौन बाहर होगा, यह तो भाजपा आलाकमान ही जानेगा परंतु जनता के बीच चर्चा है कि पिछले छह माह से इंतजार कर रहे विधायकों की मंशा कब पूरी होगी।

मजबूत है विष्णु देव साय
सहज, सरल और मिलनसार भाजपा के प्रति प्रतिबद्ध कार्यकर्ता के रूप में विष्णु देव साय सरकार सहित जनता के चहेते हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी व्यवहार और कौशल में जनता के बीच दिलों में राज करते जा रहे हैं। सहज रूप से मंत्रि मंडल को लेकर चलने वाले विष्णु देव साय अपनी योजनाओं और आलाकमान के करीबी होकर शानदार काम कर रहे हैं। यह तो तय है कि मंत्रिमंडल का विस्तार विष्णु देव साय की सहमति से ही होगा। अपने कार्य कुशलता और नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवा चुके विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ का चेहरा बन चुके हैं। आने वाले समय में जनता के प्रति प्रतिबद्ध होकर कार्य में लगे विष्णु देव मंत्रिमंडल विस्तार में भी अपना दखल रखेंगे, यह तय है।

Mentor Ramchandra (Youtube)

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