
क्रांतिकारी संकेत
रायगढ़। विगत दिनों नवकृति एंटरटेनमेंट द्वारा आयोजित ‘रायगढ़ सांस्कृतिक मीटअप’ का दो दिवसीय भव्य आयोजन पॉलीटेक्निक ऑडिटोरियम में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। महोत्सव के पहले दिन, नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें रायगढ़ और आसपास के क्षेत्रों से आए युवा कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।
नृत्य प्रतियोगिता में एक से बढक़र एक प्रस्तुतियां देखने को मिलीं, जिससे निर्णायक मंडल के लिए फैसला लेना मुश्किल हो गया। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, जूनियर वर्ग में दिशा सिंह ठाकुर और सीनियर वर्ग में समृद्धि शुक्ला ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। ग्रुप डांस श्रेणी में श्री साई नाट्य ग्रुप, तराईमाल ने अपनी तालमेल से भरपूर और प्रभावशाली प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया और विजेता घोषित किए गए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी महावीर अग्रवाल और लायंस क्लब, रायगढ़ की अध्यक्ष पूनम सिंह उपस्थित थीं, जिन्होंने विजेताओं को सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। निर्णायक मंडल में शहर की जानी-मानी कलाकार कोयल मजूमदार और कोरियोग्राफर अविनाश पांडे सर और हेमंत महंत जी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समाजसेवी महावीर अग्रवाल ने मयंक श्रीवास्तव की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी संस्था द्वारा छोटे बच्चों और युवाओं के लिए मंच प्रदान करना एक सराहनीय कार्य है।
‘तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा’ नाटक ने दिया सामाजिक संदेश
दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण थिएटर शोकेस था, जिसमें ‘तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा’ नामक एक मनोरंजक नाटक का मंचन किया गया। यह नाटक न केवल हास्य से भरपूर था, बल्कि इसमें एक गहरा सामाजिक संदेश भी निहित था। नाटक के माध्यम से यह दर्शाने की कोशिश की गई कि जब तक लोग एकजुट होकर काम नहीं करते, तब तक कोई भी कार्य सफल नहीं हो सकता। यह नाटक आजकल के बदलते परिवेश सोशल मीडिया के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव को दर्शाया गया, और टीम वर्क के महत्व को रेखांकित करता है। इस प्रभावशाली नाटक को लिखा और निर्देशित मयंक श्रीवास्तव ने किया था। मुख्य भूमिकाओं में मयंक श्रीवास्तव, लोकेश्वर निषाद और सुहान विनायक ने अपने अभिनय से दर्शकों को खूब हंसाया और सोचने पर मजबूर किया।
कला प्रदर्शनी ने दिया युवा प्रतिभाओं को मंच
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष कला प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था, जिसमें कुछ स्कूली छात्रों द्वारा बनाए गए कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही, प्रसिद्ध विजुअल आर्टिस्ट दीपा पंचाल ने भी अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए एक व्यक्तिगत कला प्रदर्शनी का आयोजन किया। इन दोनों प्रदर्शनियों का आयोजन दीपा पंचाल ने किया था, जिसमें ज्योति पंचाल ने सहयोगी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रदर्शनी में रखी गई कलाकृतियों ने युवा कलाकारों की रचनात्मकता और कल्पनाशीलता को उजागर किया, वहीं दीपा पंचाल की कला ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।