
क्रांतिकारी डेस्क
देश की विमानन सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर से प्रश्न उठ रहे हैं. गुरूवार को, दो प्रमुख एयरलाइनों, इंडिगो और स्पाइसजेट ने तकनीकी खराबी के कारण अपने विमानों को बीच में ही लौटाने का निर्णय लिया, इन उड़ानों में अचानक आई तकनीकी समस्याओं के चलते यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा, हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की जानमाल की हानि नहीं हैं।
सुबह लगभग 6.30 बजे दिल्ली से लेह के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E 2006 में तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गई. इस विमान में 180 यात्री और क्रू सदस्य मौजूद थे. समस्या के कारण पायलट ने सुरक्षित रूप से वापस लौटने का निर्णय लिया, और सभी यात्री इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतरे. एयरलाइन ने स्पष्ट किया कि यह आपात लैंडिंग नहीं थी, बल्कि एक एहतियाती कदम था. यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुँचाने के लिए वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की गई है.
स्पाइसजेट की Q400 फ्लाइट ने हैदराबाद से तिरुपति के लिए उड़ान भरी, लेकिन उड़ान के कुछ ही समय बाद उसे वापस लौटना पड़ा. जानकारी के अनुसार, AFT बैगेज डोर की चेतावनी लाइट में तकनीकी खराबी पाई गई थी. पायलट ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए हैदराबाद लौटने का निर्णय लिया. सभी यात्रियों को विमान से उतारकर उनके लिए वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था की गई.
हाल ही में हुई घटनाओं ने एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 के भयानक हादसे की याद दिला दी, जो भारतीय विमानन के इतिहास में सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में से एक थी. यह हादसा 12 जून 2025 को अहमदाबाद से दिल्ली आ रही उड़ान में तकनीकी खराबी के कारण हुआ, जिसमें 280 से अधिक लोगों की जान गई. इस दुर्घटना के बाद से विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों को लेकर सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है.
तकनीकी समस्याओं के कारण वापस लौटने वाली फ्लाइट्स – AI‑171 के बाद
- 12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने से 280 लोगों की जान चली गई.
- IndiGo 6E 318 (Kolkata–Ahmedabad) – 13 जून को अहमदाबाद के रनवे बंद होने के कारण IndiGo की फ्लाइट 6E 318 को कोलकाता लौटना पड़ा.
- British Airways 787 (London–Chennai) – 15 जून को ब्रिटिश एयरवेज की 787 फ्लाइट, जो लंदन से चेन्नई जा रही थी, तकनीकी समस्या के चलते लंदन वापस लौट गई.
- Lufthansa 787 (Frankfurt–Hyderabad) – 15 जून को लुफ्थांसा की 787 फ्लाइट, जो फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद आ रही थी, तकनीकी मुद्दों के कारण फ्रैंकफर्ट लौट गई.
- AI 315 (Hong Kong–Delhi) – 16 जून को AI 315 फ्लाइट, जो हांगकांग से दिल्ली आ रही थी, टेकऑफ के 90 मिनट बाद तकनीकी कारणों से हांगकांग वापस लौट गई.
- AI Express Flight (ncDelhi–Rahi) – 17 जून को AI एक्सप्रेस फ्लाइट, जो दिल्ली से रांची जा रही थी, टेकऑफ के तुरंत बाद दिल्ली लौट गई और जांच के बाद फिर से रवाना हुई.
- IndiGo 6E6313 (Delhi–Raipur) – 18 जून को IndiGo की 6E6313 फ्लाइट, जो दिल्ली से रायपुर जा रही थी, दरवाजे में गड़बड़ी के कारण 40 मिनट तक यात्रियों को विमान में फंसे रहना पड़ा.
- IndiGo 6E2006 (Delhi–Leh) – 19 जून को IndiGo की 6E2006 फ्लाइट, जो दिल्ली से लेह जा रही थी, तकनीकी खराबी के कारण दिल्ली लौट गई.
- SpiceJet SG2696 (Hyderabad–Tirupati) – 19 जून को स्पाइसजेट की SG2696 फ्लाइट, जो हैदराबाद से तिरुपति जा रही थी, AFT बैगेज डोर चेतावनी के कारण हैदराबाद लौट गई.
12 जून 2025 के बाद से कम से कम 9 उड़ानें तकनीकी कारणों से वापस लौट चुकी हैं या प्रभावित हुई हैं. AI-171 के बाद विमानन सुरक्षा के प्रति सतर्कता में वृद्धि हुई है, और पायलट तथा एयरलाइंस तकनीकी समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई कर रहे हैं. इसके बावजूद, 9 घटनाओं का होना यह दर्शाता है कि तकनीकी निगरानी, रख-रखाव और पारदर्शिता में सुधार की आवश्यकता अभी भी बनी हुई है।