
ओपी के ड्रीम प्रोजेक्ट नालंदा परिसर के लिए हुई तोडफ़ोड़, देवांगन धर्मशाला के पीछे बनेगा कैफेटेरिया कम ओपन रीडिंग जोन
क्रांतिकारी संकेत न्यूज
रायगढ़। शहर में केलो नदी के किनारे देवांगन धर्मशाला के पास निगम की रिक्त भूमि पर नांलदा परिसर का कैफेटेरिया कम फूड जोन बनाया जाएगा, इसमें 5 मकानों का कुछ हिस्सा भी बेजाकब्जा में था। इसे ढाने निगम, जिला व पुलिस प्रशासन की टीम शुक्रवार को सुबह 5 बजे करीब आधा दर्जन जेसीबी लेकर पहुंच गया और चार मकानों के कुछ हिस्सों को ढहा दिया। तडक़े सुबह हुई इस कार्रवाई की शहर में जमकर चर्चा है। कुछ लोग इसे सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ प्रशासन की इस कार्रवाई की आलोचना कर रहे हैं।
नगर निगम के भवन विभाग ने देवांगन धर्मशाला के पीछे और मरीन ड्राईव के पास पांच मकानों को हटाने का अंतिम नोटिस दिया था। वहां पर नांलदा परिसर का कैफेटेरिया कम फूड जोन जाना है। यहां नगर निगम का गैस प्लांट है, वह अब अनुपयोगी हो चुकी है। उसके आसपास के इलाका नगर निगम का खाली जमीन पर लोगों ने धीरे-धीरे कब्जाकर तीन-तीन माले के मकान बना लिए हैं ।
नगर निगम भवन विभाग ने आखिरी नोटिस गुरुवार को दिया था, जिसमें 24 घंटे के अंदर कब्जा हटाने के निर्देश दिए थे। उसी दिन से ही निगम अमला ने जिला व पुलिस प्रशासन से मिलकर यहां कब्जा हटाने की तैयारी पूरी कर ली थी, लेकिन लोगों को यह आभास ही नहीं था कि अमला सुबह 5 बजे ही पहुंच जाएगा। शुक्रवार को जब मोहल्ले के लोगों की नींद भी नहीं खुली थी कि पूरा अमला पहुंच गया और कार्रवाई शुरू कर दी। सुबह 10 बजते-बजते कब्जा पूरी तरह ढा दिया गया।
हाईकोर्ट में दायर की गई थी याचिका
बताया जा रहा है कि जिस जगह नालंदा कैफेटेरिया परिसर बनना है वहां एक निवासी द्वारा अपने मकान को बचाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसी से बचने के लिए निगम ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर याचिका कर्ता तथा अन्य तीन का मकान ढहा दिया। जानकारी के अनुसार सुनवाई शुक्रवार को सुबह 11 बजे थी और स्टे मिलने के बाद निगम वहां कोई काम नहीं कर पाता, इसलिए सुबह पांच बजे प्रशासन ने यह कार्रवाई की।
चिन्हांकित भूमि से विधिवत हटाया गया कब्जा : प्रशासन
रायगढ़ में बनने जा रहे नालंदा परिसर के निर्माण की तैयारी तेजी से चल रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को नगर निगम द्वारा नालंदा परिसर के लिए मरीन ड्राइव के करीब चिन्हांकित जमीन पर कब्जा मुक्त कराने की विधिवत कार्यवाही की गई। नगर निगम आयुक्त ने बताया कि यह कार्यवाही सभी पक्षों की सहमति से की गई। इसमें कब्जाधारियों के निर्माण का केवल 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा जो चिन्हांकित सीमा में आ रहा था, उसे हटाया गया। इसके पूर्व सभी पक्षों को विधिवत तीन बार सूचना देकर कब्जा खाली करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। यहां नालंदा परिसर का कैफेटेरिया कम ओपन रीडिंग जोन बनेगा। जहां बच्चे खुले में भी अध्ययन का लाभ ले सकेंगे।
एनटीपीसी के साथ 43 करोड़ का एमओयू
नालंदा परिसर के निर्माण के बारे जानकारी देते हुए नगर निगम आयुक्त ने बताया कि बीते दिनों एनटीपीसी के साथ 43 करोड़ का एमओयू किया गया है। नालंदा परिसर में एडवांस लाइब्रेरी बनेगी। यह 24/7 स्टडी जोन होगा। जहां 500 से अधिक बच्चे एक साथ पढ़ सकें यह सुविधा होगी। 25 हजार किताबों के संग्रह के साथ अंतराष्ट्रीय स्तर के ई बुक एक्सेस करने की भी सुविधा होगी। तीन कॉन्फ्रेंस हाल के साथ कैफेटेरिया भी होगा।