
क्रांतिकारी संकेत
रायगढ़। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने आज जिला कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा बैठक में विभिन्न विभागों के लंबित प्रकरणों, जनदर्शन एवं पीजीएन पोर्टल से जुड़े आवेदनों तथा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि लंबित प्रकरणों का गंभीरता, गुणवत्ता और समयबद्धता से निराकरण किया जाए, ताकि प्रत्येक पात्र हितग्राही तक योजनाओं का लाभ प्रभावी रूप से पहुंचे।
कलेक्टर ने जनदर्शन प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि अवैध अतिक्रमण से जुड़े आवेदन अधिक प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासकीय भूमि से अवैध निर्माण को विधिवत हटाने की कार्रवाई प्राथमिकता से करें। साथ ही सभी एसडीएम को 6-4 मुआवजा प्रकरणों के समयबद्ध निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कहीं भी अवैध उत्खनन की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी सीधे जिम्मेदार ठहराए जाएंगे। शासकीय कार्य हेतु उत्खनन की स्थिति में भी वैध दस्तावेज अनिवार्य रूप से होना चाहिए। कलेक्टर ने सिविल अस्पताल खरसिया में डीजीसेट की अब तक मरम्मत न होने के कारण डायलिसिस कार्य प्रभावित होने पर सीएचएमओ को फटकार लगाई और तत्काल मरम्मत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी एसडीएम को शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य जनकल्याणकारी कार्यों पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव, रायगढ़ डीएफओ अरविंद पी.एम.एस.,धरमजयगढ़ डीएफओ जितेंद्र उपाध्याय, सहायक कलेक्टर अक्षय डोसी, नगर पुलिस अधीक्षक मयंक मिश्रा, अपर कलेक्टर अपूर्व प्रियेश टोप्पो एवं रवि राही, नगर निगम आयुक्त बृजेश सिंह क्षत्रिय, सभी एसडीएम, जनपद सीईओ, नगर पालिका सीएमओ एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।