Homeरायगढ़पार्षद चुनाव : भाजपा से पूनम को वॉक ओवर, 18 में कांग्रेस...

पार्षद चुनाव : भाजपा से पूनम को वॉक ओवर, 18 में कांग्रेस के हाथ अब तक खाली

वार्ड क्रमांक 12 और 17 ओपी चौधरी के लिए बना चुनौती, 18 में कांग्रेस करा सकती है पैराशूट लैंडिंग, 17 और 12 में भाजपा को भी सशक्त दावेदार की तलाश

क्रांतिकारी न्यूज
रायगढ़।
आरक्षण होने के बाद राजनीतिक दलों के संभावित दावेदारों के नामों के शुरुआती रुझान सामने आने लगे हैं। पार्टी से टिकट पाने के कवायत में हर कोई अपने स्तर पर जोर आजमाइश कर रहा है। लेकिन शहर का एक वार्ड ऐसा है जहां आरक्षण के बाद राजनीतिक सन्नाटा पसर गया है। यहां ना तो दूसरे वार्डों की तरह भाजपा से दावेदारी करने वालों की कोई लिस्ट सामने आ रही है और न तो कांग्रेस से चुनाव लडऩे के लिए कोई इच्छुक राजनेता इस वार्ड से सामने आ रहा है। अमूमन सभी वार्डों से कांग्रेस और भाजपा से चुनाव लडऩे की इच्छा रखने वाले दावेदारी करने वाले दो चार नाम सामने आ ही रहे हैं।

फिलहाल वार्ड क्रमांक 18 से भाजपा पार्षद और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रही पूनम दिबेश सोलंकी एकमात्र नाम ऐसा है जो सामने है। इस वार्ड से कांग्रेस के हाथ अब तक खाली है। इस वार्ड से अभी तक कांग्रेस के किसी भी नेता ने पार्षद चुनाव लडऩे के लिए अपनी इच्छा जाहिर नहीं की है न ही पार्टी से टिकट के लिए दावेदारी पेश की है। संभवत: कांग्रेस के पास कोई ऐसा चेहरा इस वार्ड में नहीं है जो पूनम सोलंकी को टक्कर दे सके। इस चुनावी समर में कांग्रेस को अपनी शाख बचाने के लिए वार्ड नंबर 18 में पैराशूट लैंडिंग का सहारा लेना पड़ सकता है। अब तक के राजनीतिक समीकरण इस वार्ड से भाजपा की संभावित प्रत्याशी पूनम दिबेश सोलंकी को इस बार भाजपा से वॉक ओवर मिलने की तरफ इशारा कर रही है। क्योंकि भाजपा से उनके खिलाफ टिकट मांगने वाला दूसरा कोई और दावेदार है। और न ही कांग्रेस के पास कोई ऐसा चेहरा है जो पूनम दिबेश सोलंकी को हार का स्वाद चखा सके।

वहीं वार्ड क्रमांक 12 और 17 प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के लिए बड़ी चुनौती है। वार्ड क्रमांक 12 पुरानी बस्ती गंज चौक ठेठवार पारा 3 दशकों से कांग्रेस का अजेय वार्ड बना हुआ है। इस वार्ड के निकाय चुनाव में पिछले सत्र में सभापति रहे जयंत ठेठवार की तूती बोलती है। भले ही लोकसभा और विधानसभा में इस वार्ड से कई बार कांग्रेस पिछड़ गई हो, मगर निकाय चुनाव में कांग्रेस के इस अभेद किले को डहाने का माद्दा अब तक किसी ने नहीं दिखाया है। इसका एक वाजिब कारण भी है जयंत ठेठवार ने वार्ड के विकास करने में कोई कमी नहीं रखी। हमेशा शहर के लोगों के साथ खड़े रहते हैं। जयंत संगठनात्मक समझ और राजनीतिक सूझबूझ के माहिर खिलाड़ी हैं। उन्हें पता है कब, कहां किसे और कैसे सेट करना है। इसीलिए भाजपा उनके खिलाफ अब तक कोई मजबूत चेहरा नहीं उतर पाई है। अमूमन, यही हाल वार्ड क्रमांक 17 में है यहां कांग्रेस से सलीम नियारिया पार्षद हैं। सलीम के इस राजनीतिक सफर को लगभग तीन दशक हो गए हैं। सलीम को रायगढ़ के सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल के तौर पर देखा जाता है। सलीम के विजय रथ को अनूप रतेरिया जैसा शख्स भी नहीं रोक पाया था। इस बार भी वार्ड क्रमांक 17 में सलीम के खिलाफ भाजपा के पास कोई मजबूत विकल्प नहीं है।

वार्ड क्रमांक 18 कांग्रेस पार्टी के लिए मुश्किल भरा है तो वार्ड क्रमांक 12 और 17 भाजपा और प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के लिए बड़ी चुनौती बनकर खड़ी है। वर्तमान राजनीतिक स्थिति बता रही है कि वार्ड 18 में कांग्रेस एक मजबूत और सशक्त व्यक्तित्व को पैराशूट लैंडिंग करा कर चुनाव लड़ा सकती है, वहीं वार्ड 17 और 12 में भाजपा को तीन दशक बाद भी मजबूत, सशक्त जिताऊ प्रत्याशी की तलाश है।

Mentor Ramchandra (Youtube)

spot_img
spot_imgspot_img

Must Read