
जानकी काटजू ने नेता विपक्ष को दिया जवाब, कहा- पूरे कार्यकाल में निगम से नदारद रहकर केवल आरोप लगाती रहीं पूनम
क्रांतिकारी संकेत न्यूज
रायगढ़। महापौर जानकी काटजू ने निगम की नेता विपक्ष पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि नेता विपक्ष पूरे कार्यकाल में निगम से नदारद रहकर केवल आरोप लगाती रही हैं। मेयर ने कहा कि प्रदेश की सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा विधायक व नेता विपक्ष नगर सरकार के अधिकारों का हनन और मान मर्दन करने पर आमादा है तथा आयुक्त पर अनैतिक दबाव बनाकर जल्दबाजी में ऐसे कार्य किये जा रहे हैं जिससे तमाम पार्षदों में नाराजगी बढ़ रही है।
निगम में पानी टंकी निर्माण की सहमति देने और महापौर परिषद से इस प्रस्ताव को स्वीकृति देने के बावजूद टंकी निर्माण के लिए किये गये भूमिपूजन से शहर के प्रथम नागरिक को ही दूर कर इसे भाजपाई आयोजन बनाने से व्यथित मेयर जानकी काटजू ने नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी के द्वारा मीडिया में जारी आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस की सत्ता के दौरान पूरे 4 साल नगर सरकार के हर निर्णय से सहमत नेता प्रतिपक्ष के सुर अचानक सरकार बदलते ही बदल गए। मेयर ने कहा कि पूनम सोलंकी की राजनैतिक चालाकी और कपटी चरित्र की जानकारी केवल निगम के पार्षदों को ही नहीं बल्कि शहर के आम जनता को भी पता लग चुकी है। नेता प्रतिपक्ष के बयान ने बीजेपी पार्षदों को भी ठेस पहुंचाया है। मंत्री की सह पर नेता प्रतिपक्ष अब परिषद पर सवाल खड़े करने लगी हैं।
हमने शहर के विकास को नई दिशा दी: जानकी काटजू
महापौर जानकी काटजू ने नेता प्रतिपक्ष के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें कहा गया कि महापौर ने शहर में कोई विकास कार्य नहीं किया। महापौर ने कहा कि रायगढ़ नगर निगम में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहली बार निगम के वित्त प्रबंधन को मजबूत किया गया, पहले कर्मचारियों को वेतन मिलने में दो से तीन माह का समय लग जाता था लेकिन मेरे कार्यकाल में कर्मचारियों को हर महीने समय पर वेतन मिलता रहा है। वसूली की बात करें तो निगम का राजस्व 90 फ़ीसदी रहा। निगम में पहली बार ऑनलाइन टैक्स की सुविधा भी मेरे ही कार्यकाल में प्रारंभ हुई। स्वच्छता के मामले में निगम को थ्री स्टार प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। डीएफ फंड से स्वच्छता में अतिरिक्त 100 महिलाओं की भर्ती की गई, जिससे सफाई के साथ-साथ महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए गए। 3 साल तक वार्डों में लगातार पदयात्रा कर लोगों की समस्याओं से सीधा संवाद किया गया और सडक़ नाली पानी की मूलभूत सुविधाओं को विस्तार दिया गया। बड़े नालों की सफाई में निगम का राजस्व खत्म ना कर उद्योग व कंपनियों से आर्थिक लाभ लेकर सफाई कराई गई। भाजपा के शासन में डुबान क्षेत्र में बनाई गई कॉलोनी में 4 करोड़ से अधिक की लागत से नए नाले व पुलिया का निर्माण कराया गया। इससे डुबान में आने वाली कालोनी और मोहल्लों को बचाया जा सका।
अपने कार्यकाल में हुए कार्यों की गिनाईं लंबी फेहरिश्त
शहर के ईशानगर, रामभाठा गौशालापारा, नवागढी, दीनदयाल कॉलोनी, पूछापारा जैसे पिछड़े क्षेत्रों में 3 करोड़ की लागत से सामुदायिक भवन का निर्माण किया गया। लगभग ढाई करोड़ रुपए की लागत से शहर के 5 तालाब कैदीमुड़ा, सोनूमुड़ा, बाझिनपाली में तालाबों का गहरीकरण व सौंदर्यीकरण किया गया, उसमें नाली का निर्माण किया गया जिसके कारण अब इन तालाबों में गंदा पानी नहीं जाता। कचरा निपटान के लिए ढाई करोड़ की लागत से नया रीसायकलीन मशीन लगाने का प्रस्ताव भी पारित कर दिया गया है। सब्जी बाजार में भीड़ से लोगों को बचाने शहर में पोनी पसारी योजना के तहत भगवानपुर, मोदीनगर, डिग्री कॉलेज रोड, राजीव नगर में एक करोड़ की लागत से सब्जी मार्केट बनाया गया। अमृत मिशन योजना में शहर वासियों को पानी उपलब्ध कराने 6 करोड़ की लागत से तीन पानी टंकी का निर्माण प्रस्तावित है। एनटीपीसी ने मेडिकल कॉलेज के लिए 100 करोड़ रूपए अपने फंड से दिया था ताकि यहां की चिकित्सा सुविधा बेहतर हो सके लेकिन बीजेपी वालों ने नालंदा परिसर बनाने के लिए उक्त राशि पर कब्जा कर लिया। महापौर ने कहा कि चिकित्सा सुविधा ज्यादा जरूरी है या लाइब्रेरी?
एक दिन पहले नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने लगाया था आरोप
एक दिन पूर्व ही नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी ने महापौर जानकी काटजू के पानी टंकी के भूमि पूजन पर आपत्ति दर्ज कराए जाने के आरोप का जवाब देते हुए कांग्रेस को विकास विरोध एवम कुंठित मानसिकता की पार्टी बताया था। उन्होंने कहा था कि पांच सालों में महापौर निगम में पांच बड़े विकास कार्य बताएं। पांच साल महापौर रहते जानकी काटजू विकास कार्य की एक ईंट नहीं रख पाई जबकि विधायक एवम वित्त मंत्री ओपी चैधरी ने एक साल के अंदर ही नगर निगम सडक़ो हेतु 27 करोड़ के काम स्वीकृति किए हैं। बहुत से ऐसे मुद्दे हैं जो परिषद में पास होने के बावजूद दूसरे निर्माण कार्य करा दिए गए हंै लेकिन ऐसे मसलों में जन हित को देखते हुए विरोध की बजाय भाजपा सकारात्मक राजनीति की पक्षधर रही है। कांग्रेस की सत्ता रहने के बाद पांच सालों तक महापौर रहने के बावजूद जानकी काटजू पानी टंकी का निर्माण नहीं करा पाई। आज वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने इसके निर्माण का बीड़ा उठाया है तो कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों उठ रहा है, यह समझ से परे है।