
पुराने भवन के कबाड़ से नए भवन की छत ढलाई करने की चल रही तैयारी
क्रांतिकारी न्यूज/रायगढ़। धरमजयगढ़ विकासखंड के सुदूर क्षेत्र के ग्राम पंचायत पारेमेर प्राथमिक शाला के अतिरिक्त भवन के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का नया अध्याय लिखा जा रहा है। ग्रामीण यांत्रिकी विभाग धरमजयगढ़ देखरेख में नवनिर्मित इस भवन की छत पर पुरानी बिल्डिंग के जंग लगे छड़ों का इस्तेमाल नए भवन की छत को ढालने के लिए किया जा रहा था। इससे तो ऐसा ही लगता है कि प्राथमिक शाला पारेमेर के अतिरिक्त भवन निर्माण के लिए शासन की स्वीकृत राशि कम पड़ गई होगी इसीलिए ठेकेदार ग्रामीण यांत्रिकी विभाग की देखरेख में नई बिल्डिंग में पुराने छड़ लगाकर छत्तीसगढ़ सरकार पर उपकार करना चाहता है। मगर ऐसा नहीं है ग्राम पंचायत पारेमेर धरमजयगढ़ मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर पहाड़ी और जंगल के बीच में स्थित है। इसीलिए वहां प्राथमिक शाला के इस अतिरिक्त भवन के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है ।
भवन निर्माण की स्वीकृत राशि में हेराफेरी करने के चक्कर में ठेकेदार और जिम्मेदार अफसर बिल्डिंग के गुणवत्ता के साथ समझौता तो कर ही रहे हैं और उसे भवन का उपयोग करने वाले लोगों के जीवन के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। बताया जा रहा है उक्त बिल्डिंग के निर्माण में भारी अनियमिता बरती गई है अतिरिक्त भवन निर्माण में उचित मापदंड का पालन हो रहा है। क्योंकि ऐसे दूरदराज के क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों का निरीक्षण बहुत कम होता है इस बात का फायदा उठाकर इस तरीके का भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा है ठेकेदार के द्वारा पारेमेर के पुराने स्कूल भवन के पड़े मलबे और कबाड़ से छड़ को निकालकर नए भवन के ढलाई के उपयोग में लाया जा रहा था। मामला प्रकाश में आने के बाद विभाग द्वारा कबाड़ को हटाए जाने की बात कही जा रही है। लेकिन एक ओर सरकार अपने जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के आखिरी पायदान तक ले जाने के लिए काम कर रही है। छत्तीसगढ़ सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत ग्रामीण एवं दुरांचल क्षेत्र के लिए विकास कार्यों माध्यम से लाखों राशि स्वीकृत रही है ताकि गुणवत्ता के साथ विकास कार्यों को पूरा किया जा सके। मगर ऐसे में जब भ्रष्टाचारियों को भ्रष्टाचार करने का खुला छूट मिल जाए तो फिर शासन की योजना और विकास कार्यों को ग्रहण लगा लाजमी है।
पुराने भवन के स्ट्रक्चर पर ही खड़ा कर दिया नया भवन
शासन के महत्वाकांक्षी योजना अंतर्गत पारेमेर के प्राथमिक शाला के अतिरिक्त भवन के निर्माण के लिए 4.96 लाख स्वीकृत हुए हैं। मगर ठेकेदार और विभाग के द्वारा पुराने भवन के स्ट्रक्चर पर ही नए भवन को खड़ा कर दिया गया है। ऐसे में पूरी बिल्डिंग की गुणवत्ता की जांच किया जाना आवश्यक है। बिल्डिंग का निर्माण कार्य फाइनल स्टेज पर है ठेकेदार आनन-फानन में इस बिल्डिंग की ढलाई पूरा करना चाह रहा है। ऐसे में जब बिल्डिंग की बुनियाद ही कमजोर है तो छत अच्छा बनाने से क्या फायदा, इसीलिए बिल्डिंग की छत पर कबाड़ का उपयोग हो रहा है।
ठेकेदार को विभाग का मिलता पूरा संरक्षण
शहर मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर दूर स्थित पारेमेर के इस अतिरिक्त भवन निर्माण में ठेकेदार द्वारा बरती जा रही अनियमितता और भ्रष्टाचार को देख कर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ठेकेदार को विभाग का पूरा संरक्षण मिल रहा है। विभाग के ही देखरेख में भ्रष्टाचार के खेल को अंजाम दिया जा रहा है। क्योंकि मामला प्रकाश में आने के बाद ठेकेदार पर कोई ठोस कार्रवाई करने के बजाय सब इंजीनियर के द्वारा भवन की छत में ठेकेदार के द्वारा लगाए गए कबाड़ नुमा पुराने छड़ों को निकाल कर मामले में लीपापोती कर दी गई है।
जब हमने विभागीय अधिकारियों से पूछा
सवाल – अतिरिक्त भवन निर्माण में अनियमितताओं की बात सामने आ रही है इसपर क्या कहेंगे?
जवाब- हां छत पर पुराना छड़ लगाया जा रहा था जानकारी मिलने पर पुराने छड़ को निकलवा दिया हूं ।
सवाल -इस संबंध में ठेकेदारी पर कोई कार्यवाही की जा रही है क्या?
जवाब- इस पर ठेकेदार पर क्या कार्रवाई होगी पुराना छड़ लग रहा था निकाल दिया गया है।
समीर बिसवाल
सब इंजीनियर, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग
सवाल- पारेमेर अतिरिक्त भवन निर्माण में भारी गड़बड़ी की बात सामने आ रही है क्या जानकारी है आपके पास?
जवाब- सूचना मिली थी सब इंजीनियर मौके जाकर पुराने छड़ को निकलवा दिया है निर्माण कार्य फाइनल स्टेज पर है।
सवाल – राशि स्वीकृति नए भवन के लिए हुआ था एक पुराने स्ट्रक्चरपर ही बिल्डिंग खड़ा कर दिया गया है क्या कहेंगे?
जवाब- हां पहले वहां पर एक स्ट्रक्चरथा उसे पर नई बिल्डिंग का काम किया गया। मेजरमेंट में अंतर राशि भुगतान ठेकेदार को नहीं करेंगे।
सवाल – देखा जा रहा है बिल्डिंग निर्माण में उचित मापदंडों का पालन नहीं किया गया है इस पर कोई कार्रवाई होगी?
जवाब- देखते हैं इस पर क्या कार्रवाई हो सकती है।
विजय देवांगन, अधिकारी
ग्रामीण यांत्रिकी विभाग धरमजयगढ़