
क्रांतिकारी संकेत
खरसिया के एक बड़े व्यापारी अजय नथानी और उसके दो बिगड़ैल सट्टेबाज बेटे अमन नथानी मिथलेश नथानी अपने क्रेटा कार से पोस्ट ऑफिस रोड़ दुर्गा मंदिर के सामने में से कही जा रहे थे जिसकी सूचना पुलिस को मिली जिस पर खरसिया पुलिस चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक मनोज मांडवी और सिपाही कृति सिंदार ने पहले तो कार को रुकवाया फिर इनके मोबाईल फोन को लूट कर अपने कब्जे में ले लिया उसके बाद इन सट्टेबाजों के कुछ अन्य साथी भी मौके पर पहुंच गए फिर क्या खरसिया पुलिस चौकी के इन कर्मचारियों और सट्टेबाजों के बीच देर रात बीच सड़क पर जमकर गाली गलौज भी हुई और आपस में जमकर मारपीट भी हुई। उक्त घटना का वीडियो मौके पर मौजूद लोगों ने बनाकर वायरल कर दिया है अब देखने की सबसे बड़ी बात यह कि आखिर रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक साहब इस मामले में क्या एक्शन लेते हैं।
इस पूरे मामले को खरसिया की जनता पुलिस के द्वारा सट्टेबाजों से किए जा रहे अवैध वसूली से जोड़ कर देख रही है, सट्टेबाजों के परिजनों ने मीडिया को बताया है कि खरसिया पुलिस को पिछले कई महीनों से मेरे बच्चों को पैसे देने के लिए दबाव बना रही थी और जब हमारे बच्चों ने पैसे देने से मना किया तो आज इन पुलिस वालों ने हमारी गाड़ी को जबरन रोक कर मोबाईल फोन को लूट कर हमारे बच्चों से गाली गलौज करते हुए इन सभी ने मारपीट की है क्योंकि इनको हर महीने सट्टे से मिलने वाली रकम नहीं मिल रही थी, जिसके चलते आज यह घटना हुई है खुलेआम बीच सड़क पर हुऐ इस मारपीट को जनता सट्टेबाजों से अवैध वसूली से जोड़कर देख रही है जो कि खरसिया पुलिस समेत पूरे रायगढ़ जिले की पुलिस की बदनामी है। खरसिया के सट्टेबाजों और पुलिस के बीच हुए इस मारपीट के गंभीर मामले को लेकर अब रायगढ़ पुलिस अधीक्षक कितनी जल्दी जांच करवाकर मामले में जो भी दोषी व्यक्ति या पुलिस के कर्मचारी हो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।