
जाल फेंकने के दौरान पैर फिसलने से डूब गया था ग्रामीण, धरमजयगढ़ क्षेत्र के ग्राम आमदरहा चेकडैम की घटना
रायगढ़। जिले के धरमजयगढ़ क्षेत्र के ग्राम आमदरहा के चेकडैम में डूबे मछुआरे की लाश तीन दिन बाद बरामद हुई। बता दें कि 4 अक्टूबर की दोपहर को मछुआरा अपने साथी के साथ मांड नदी पर बने चेकडैम पर मछली पकडऩे के लिए जाल फेंक रहा था, तभी अचानक उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूब गया।
धरमजयगढ़ पुलिस ने गोताखोरों की मदद से मछुवारे का शव को जब निकाला तब वह अपने ही जाल में फंसा हुआ था। अनुमान लगाया जा रहा है कि वह अपने ही मछली पकडऩे के जाल में फंसकर डूबता चला गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नारईटीकरा निवासी संजय यादव पिता प्राण यादव 47 साल मछली मारकर अपना जीवन यापन करता है। 4 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे के आसपास वह आमादरहा गांव के पास स्थित चेक डेम में रोजाना की भांति मछली पकडऩे गया था। इसी नदी में जाल फेंकते समय अचानक उसका बैलेंस बिगड़ा और फिर देखते ही देखते वह पानी के तेज बहाव में बहता चला गया। अचानक मांड नदी में ग्रामीण के बहने की जानकारी मिलते ही मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही धरमजयगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से ग्रामीण की खोजबीन शुरू की गई लेकिन अंधेरा होने के चलते पहले दिन पानी में डूबे ग्रामीण का पता नहीं चल सका। इसी क्रम में दूसर दिन रायगढ़ जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ की टीम आमादरहा पहुंची और सुबह से लेकर शाम तक नदी में डूबे ग्रामीण की खोजबीन की लेकिन दूसरे दिन भी मृतक का कहीं पता नहीं चला। वहीं कल रात ही मृतक की खोजबीन के लिए बिलासपुर से संभाग स्तरीय डीडीआरएफ की टीम बुलाई गई थी।
एक किलोमीटर दूर में मिला शव
डीडीआरएफ टीम के द्वारा रविवार सुबह फिर से संजय यादव की खोजबीन की जा रही थी। इसी बीच घटना स्थल से तकरीबन एक किलोमीटर दूर संजय यादव का शव जाल में लिपटा हुआ नदी किनारे मिला। जिसके बाद धरमजयगढ़ पुलिस ने मृतक के शव को पीएम के लिए भेजते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है।