
क्रांतिकारी संकेत
रायगढ़। प्रतिवर्ष की परंपरा के अनुसार, इस वर्ष भी देवांगन समाज द्वारा मंगलवार को श्री बूढ़ी माई कलश यात्रा निकाली गई। बाजे-गाजे के साथ कलश यात्रा देवांगन धर्मशाला से शुरू हुई, जो पैलेस रोड, गद्दी चौक, कोतवाली रोड, सत्तीगुड़ी चौक से होते हुए बूढ़ी माई मंदिर पहुंची। मंदिर पहुंचने के बाद वहां पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद यात्रा वापस स्टेशन चौक, एसपी ऑफिस, सुभाष चौक, गद्दी चौक और पैलेस रोड होते हुए देवांगन धर्मशाला पहुंची।
कलश यात्रा शहर के जिस मार्ग से गुजरी, पूरे शहर में आकर्षण का केंद्र रही। यात्रा में कर्म नित्य और मंदार की थाप पर भक्ति गीतों की गूंज ने शहर के माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस पूरे आयोजन में देवांगन समाज के सभी युवा सदस्यों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। महिलाओं ने प्रसाद तैयार करने से लेकर यात्रा के संचालन तक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युवाओं ने भी यात्रा को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। श्री श्री मां बूढ़ी माई कलश यात्रा न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह देवांगन समाज की कुलदेवी से विरासत को भी दर्शाती है। इस वर्ष का आयोजन भी पूरे उत्साह और भक्ति के साथ संपन्न हुआ। कलशयात्रा के बाद देवांगन धर्मशाला में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।