
ग्रामीणों ने जताई नाराजगी, सर्वे कार्य पर रोक लगाने की मांग
एसईसीएल ने माइंस डेवलप करने अडानी से किया है समझौता
क्रांतिकारी संकेत न्यूज
रायगढ़। बिना ग्रामसभा की अनुमति लिए एसईसीएल की कोल माइंस के लिए ड्रोन सर्वे शुरू हो गया है। इस पर ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की है। शुक्रवार को पेलमा में हुई ग्रामसभा में इस संबंध में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया।
शुक्रवार को जिले की तमनार तहसील के ग्राम पेलमा में ग्रामीणों ने एसईसीएल कोयला खदान के मुद्दे को लेकर ग्रामसभा की बैठक का आयोजन किया, ग्राम सभा की अनुमति लिए बिना ही कंपनी द्वारा डोन सर्वे का काम किया जा रहा है, ग्रामसभा में उस पर रोक लगाने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। साथ ही सामुदायिक वन अधिकार के तहत मिले अधिकार पत्र के तहत वन भूमि के प्रबंधन करने का निर्णय भी लिया गया। आज की ग्राम सभा में गांव के पुरूष महिला मतदाताओं ने हिस्सेदारी निभाई। यह कोयला खदान पेलमा सेक्टर- 1 है जो एसईसीएल एल को मिली है। खनन हेतु एसईसीएल कंपनी ने अदाणी से समझौता किया है जिसमें पेलमा, उरवा, जरहीडीह, लालपुर, सक्ता, मडवाडूमर, हिझर, मीलूपारा गांव प्रभावित हो रहे हैं। बहुत बड़ा क्षेत्र वन भूमि भी प्रभावित हो रही है। इस क्षेत्र के लोग कृषि के ससाथ पशुपालन एवं वनोपज के रूप में महुआ डोरी तेंदूपत्ता चिरौंजी एकत्रित कर जीवन यापन करते हैं। कोल माइंस से इनकी कृषि भूमि बर्बाद हो जाएगी और उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो जाएगा, इसलिए गांववाले यहां कोल माइंस का विरोध कर रहे हैं।