Homeरायगढ़पर्यावरण में जहर घोल रहा फ्लाईऐश, जनजीवन के लिए बना खतरा

पर्यावरण में जहर घोल रहा फ्लाईऐश, जनजीवन के लिए बना खतरा

फ्लाईऐश के निपटान में बरती जा रही गंभीर लापरवाही, सडक़ किनारे, नदी-नालों पर किया जा रहा अवैध रूप से डंप
जान-बूझकर अनजान बन रहे पर्यावरण विभाग के अधिकारी, जंगल और जनजीवन पर पड़ रहा विपरीत असर

क्रांतिकारी संकेत न्‍यूज
रायगढ़। आज के समय फ्लाई ऐश उत्पादन में रायगढ़ छत्तीसगढ़ के पहले पायदान पर खड़ा है। फ्लाईऐश में मुख्य रूप से सिलिकॉन, एल्युमिनियम आयरन और कैल्शियम के ऑक्साइड होते हैं। मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, टाइटेनियम और सल्फर भी कुछ हद तक इसमें मौजूद होते हैं। इसका उपयोग विशिष्ट राजमार्ग इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों में शामिल हैं पोर्टलैंड सीमेंट कंक्रीट (पीसीसी), मिट्टी और सडक़ आधार स्थिरीकरण, ईट निर्माण, आदि उपयोग में लाया जा सकता है। लेकिन रायगढ़ जिले में फ्लाई ऐश और उसका अवैध डंपिंग रायगढ़ के पर्यावरण और जनजीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है। इस गंभीर लापरवाही के लिए पर्यावरण विभाग के अफसरों की दरियादिली और आपसी साठ गांठ तथा जिला प्रशासन की बंद आंखें जिम्मेदार है। क्योंकि फ्लाई ऐश के अवैध रूप से परिवहन और इसे खेत खलियान सडक़ नदी नाले में डंप किए जाने की मामले अक्सर सामने आते हैं। लेकिन रायगढ़ के जनजीवन और पर्यावरण के प्रति बढ़ते इस खतरे को लेकर प्रशासन और पर्यावरण विभाग की आंखें नहीं खुल रही है।

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लोग शासन प्रशाशन के इस रवैए से काफी हद तक नाराज है और उनके जनजीवन में भी गलत असर पड़ रहा है। लोगों को इंतजार है कि प्रशासन और पर्यावरण विभाग अपनी बंद आंखों को खोल कर सजगता के साथ पर्यावरण और आम जनता की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वाले उद्योगों के प्रति कड़ी कार्रवाई करें। फ्लाई ऐश के चलते बढ़ते प्रदूषण से अब इंसान, जानवर और जंगल पर समान रूप से खतरा बढऩे लगा है इस भयंकर समस्या को लेकर शासन प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों को भी जागरूक होना होगा। यदि समय रहते शासन प्रशासन और पर्यावरण विभाग की आंखें नहीं खुली तो आने वाले समय में इन्सानी जीवन, जंगल और जानवर पूरी तरह तबाही के मुहाने पर आ जाएगी।

कितना हानिकारक है फ्लाई ऐश का अवैध डंपिंग
उद्योगों द्वारा निकलने वाले फ्लाई ऐश को आज रायगढ़ जिले के कोने-कोने में अवैध रूप से पहुंचाया जा रहा है। इस अवैध डंपिंग से जंगलों के पेड़ पौधे और पर्यावरण को नुकसान तो हो ही रहा है साथ में शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के जनजीवन में भी बुरा असर पड़ रहा है। सुखा होने और डस्ट के रूप में तब्दील होने के बाद सांसों के द्वारा अंदर जाने पर इंसान के शरीर पर विभिन्न प्रकार के खतरों को पैदा करता है। हवा में उडऩे वाले फ्लाई ऐश के कारण लोगों में हृदय रोग स्ट्रोक और अस्थमा के साथ-साथ कैंसर, टीवी जैसे घातक बीमारियों का खतरा बढऩे लगा है। आम जनजीवन में फ्लाई ऐश का अवैध परिवहन और डंपिंग बेहद घातक और हानिकारक साबित हो रहा है।
कार्रवाई नहीं, खाना पूर्ति से उद्योग प्रबंधन के हौसले हैं मजबूत
ज्यादातर उद्योग प्रबंधन नियम और कानून को ताख पर रखकर अपने आसपास के जंगल गांव तथा खेत खलियान नदी नालों मैं अवैध रूप से फ्लाई ऐशडंप करते हैं। जिससे रायगढ़ की आबो हवा में प्रदूषण का जहर घूल रहा है लेकिन विभाग कि ऐसे मामलों में कार्रवाई करने के बजाय केवल खाना पूर्ति करती है जिस कारण उद्योग प्रबंधन के हौसले मजबूत है। ऐसे मामलों में विभागीय अधिकारी उद्योग प्रबंधन को कार्रवाई के नाम पर जो नोटिस देने का खाना पूर्ति करते हैं लोग उसे आम भाषा में आपसी सेटिंग कहते हैं।
पूर्व कलेक्टर के निर्देश भी बेअसर
रायगढ़ के पूर्व कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर पर्यावरण अधिकारी द्वारा अक्टूबर 2023 को जन सामान्य की सुविधा के लिए फ्लाई ऐश के अवैध डंपिंग, परिवहन के संबंध में जानकारी व शिकायत के लिए व्हाट्सऐप नंबर 7987033*** जारी किया है। जिस पर कॉल कर फ्लाई ऐश के अवैध परिवहन व डंपिंग के बारे में शिकायत की जा सकती है। परंतु समय के साथ यह नंबर और पूर्व कलेक्टर का निर्देश बेअसर हो गया है अब इस हेल्पलाइन नंबर के व्हाट्सएप डीपी में विभाग के लोगों की जगह पर किसी महिला की तस्वीर है। और व्हाट्सएप पर किए गए मैसेज का कोई रिप्लाई आता है और न ही उस नंबर पर फोन रिसीव होता है हमारे द्वारा जब पर्यावरण विभाग के उस नंबर पर कई मर्तबा फोन किया गया लेकिन मोबाइल पर बार-बार घंटी बजाने के बाद भी उधर से कोई जवाब नहीं मिल पाया।

जंगलों में फ्लाई ऐश, जानवरों पर बुरा असर
रायगढ़ धरमजयगढ़ वन मंडल के जंगल फ्लाई ऐश डंपिंग का अवैध यार्ड बन गया है कई उद्योग प्रबंधन चोरी छुपे रायगढ़ घरघोड़ा तमनार धरमजयगढ़ लैलूंगा तमनार क्षेत्र के जंगल को फ्लाई एस के अवैध यार्ड के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं ट्रांसपोर्टर द्वारा बड़े पैमाने पर जंगलों के अंदर फ्लाई डंप किया जा रहा है। इससे जंगल के पेड़ पौधे वनस्पतियों को नुकसान तो हो ही रहा है साथ ही जंगल के जीव जंतु और जानवरों के सेहत पर भी इसका असर पड़ रहा है जंगल में फैलते प्रदूषण से वातावरण दूषित होने के साथ-साथ जानवरों में भी अलग-अलग बीमारी फैलने का खतरा बढ़ रहा है।
पर्यावरण और प्रदूषण के मुद्दे पर खास बातचीत
फ्लाई ऐश , प्रदूषण और पर्यावरण को लेकर हम अपने अगले पड़ाव में क्षेत्र के डॉक्टर, जिम्मेदार अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी वर्ग से करेंगे खास चर्चा। पढ़ते रहिए आपका लोकप्रिय अखबार और वेब न्यूज़ पोर्टल क्रांतिकारी संकेत।

Mentor Ramchandra (Youtube)

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