
गुणवत्ता की हो रही अनदेखी, मिट्टी पर सीमेंट और बालू का महज सतही लेप, जनप्रतिनिधियों की चुप्पी समझ से परे
क्रांतिकारी संकेत
लैलूंगा। जिले के लैलूंगा क्षेत्र अंतर्गत जामबहर डेम से निकली 6 किलोमीटर लंबी नहर की लाइनिंग कार्य में भारी भ्रष्टाचार की बू आ रही है। यह कार्य शासन द्वारा सिंचाई सुविधा बेहतर करने और जल संरक्षण के उद्देश्य से शुरू किया गया था, लेकिन जिस प्रकार से निर्माण कार्य किया जा रहा है, वह पूरी योजना पर सवाल खड़े कर रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नहर के लाइनिंग कार्य में गुणवत्ता की घोर अनदेखी की जा रही है। सीमेंट और बालू का महज सतही लेप मिट्टी पर चढ़ा दिया गया है, जबकि निर्धारित तकनीकी मानकों के अनुसार पक्की संरचना के लिए मजबूत बेस और ढांचा आवश्यक होता है। ऐसे में यह निर्माण कार्य आने वाले कुछ महीनों में ही बहकर नष्ट हो सकता है।
जानकारी के अनुसार, इस परियोजना का 2 किलोमीटर लंबा कार्य राजकुमार मिश्रा, धरमजयगढ़ को टेंडर के माध्यम से आवंटित किया गया है, जिसे उन्होंने पेटी कांट्रेक्टर दया दास महंत को सौंप दिया है। दया दास महंत द्वारा किए जा रहे निर्माण की गुणवत्ता पर स्थानीय लोगों ने कई बार सवाल उठाए, लेकिन न तो कोई अधिकारी मौके पर आया, न ही किसी जनप्रतिनिधि ने संज्ञान लिया। स्थानीय जनता का कहना है कि यह कार्य शासन और प्रशासन की नाक के नीचे खुलेआम घटिया तरीके से किया जा रहा है, पर कोई सुध लेने वाला नहीं है। जिस प्रकार से जनप्रतिनिधि इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं, वह बेहद चिंताजनक और जनहित के खिलाफ है। जनता यह सवाल उठा रही है कि आखिर इस चुप्पी के पीछे क्या कारण है? क्या यह मिलीभगत का हिस्सा है?
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच नहीं कराई गई और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। यह पूरा मामला अब जनआक्रोश का रूप लेता जा रहा है। शासन-प्रशासन को चाहिए कि तुरंत इस पर जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई करे, ताकि सरकारी योजनाओं की साख बनी रहे और जनता का विश्वास प्रशासन पर कायम रहे। इस संबंध में एसडीओ व ठेकेदार से बात करने के लिए उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया, लेकिन दोनों ने कॉल नहीं उठाया।
क्या कहते हैं महंत
मेरे पास इस्टीमेट की कोई कापी नहीं है और न ही दी गई है। एसडीओ चौधरी द्वारा बताये अनुसार कार्य किया जा रहा है।
दया दास महंत
ठेकेदार का मुंशी