
दू माह ले किंदरत हव साहब, काम ला करवा देव…
क्रांतिकारी संकेत न्यूज
रायगढ़। जिले का सबसे बड़ा राजस्व भू-भाग की पुसौर तहसील के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही के कारण प्रदेश भर में तहसील का नाम बदनाम हो रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार का सख्त निर्देश है कि कार्यालयीन दिवस में राजस्व विभाग से जुड़े सभी अधिकारी कर्मचारी और हल्का पटवारी अपने-अपने मुख्यालय में मौजूद रहकर लोगों की समस्या का निराकरण करेंगे, परंतु पुसौर तहसील में सरकार के आदेश निर्देश नहीं चल रहा है दोपहर तक अफसर गायब रहे।

कारण कुछ भी हो लेकिन उपस्थित रहने का स्पष्ट निर्देश है। लेकिन कार्यालयीन दिवस यानि सोमवार सप्ताह के प्रथम दिवस इस दिन अनिवार्य रूप से अपनी-अपने मुख्यालयों में रहकर आम जनता के फरियाद सुनकर उनकी समस्याओं का निराकरण करने की इन्हीं अफसरों की जिम्मेदारी होने के बावजूद प्रथम पहर में अफसर गायब रहे। और इसकी सूचना भी कार्यालय के बाहर नहीं लगाई गई। जिसके कारण लोगबाग परेशान रहे। जबकि बाकायदा इसके लिए तहसील कार्यालय सूचना पटल पर पुसौर के विभाग के जिम्मेदार अफसरों ने केवल दिखावे के लिए पोस्टर भी चस्पा कर रखा है। जिसमें स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि सप्ताह के सोमवार, बुधवार और गुरुवार को अफसर आम जनों की फरियाद सुनने तथा न्यायालयीन प्रकिया को पूरा करने के लिए तहसील मुख्यालय में उपस्थित रहेंगे। मगर सोमवार जब हमारी टीम तहसील कार्यालय के निरीक्षण करने पहुंची तब सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक जिम्मेदार अफसर अपने चैंबर से नदारद रहे और अपने प्रकरणों के निपटान के लिए तहसील आए दूर दराज के ग्रामीण लौटने लगे। कई फरियादी तो तहसील पहुंचते हैं कि उनकी सुनवाई होगी और उन्हें न्याय मिलेगा, मगर कुछ और तहसील में तारीख पर तारीख का सिलसिला जारी है। ऐसे में भगवान मालिक है..।
अवैध कब्जे की शिकायत लेकर घूम रहा बुजुर्ग

तहसील कार्यालय पुसौर में अवैध कब्जा की शिकायत लेकर आये गांव के बुजुर्ग केशव, जगदीश, धनुर्जय एवं अनंतराम ने बताया कि वे लगभग पिछले डेढ़-दो माह से लगातार तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, अवैध कब्जे की शिकायत पर ना तो सुनवाई हो रही है और ना ही अवैध कब्जे को हटाया जा रहा है, उनका कहना था कि अवैध कब्जा होने के बाद तुरंत तहसील कार्यालय में लिखित सूचना दी गई थी जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे अवैध कब्जाधारी का मनोबल बढ़ गया है और वह धड़ल्ले से मकान निर्माण कर रहा है। बार-बार तहसील कार्यालय में सूचना देने के बाद भी स्थगन आदेश, पेशी की सूचना भी आवेदकों को नहीं दी गई, यहां तक स्थगन आदेश हटने की भी सूचना उनको नहीं दी गई जिससे तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, यहां जब भी आते हैं तहसीलदार नहीं होते हैं।
राजस्व रिकॉर्ड सुधरवाने पहुंचे ग्रामीण हो रहे परेशान

पुसौर तहसील कार्यालय में राजस्व रिकार्ड सुधरवाने ग्रामीणों की लाईन लगी रहती है, तहसील कार्यालय के बाहर ग्राउंड में बैठे बुजुर्ग दंपति से जब बात की कई तो उन्होंने बताया कि राजस्व रिकार्ड सुधरवाने आये हैं जिससे उन्हें अपने धाम को बेचने में आसानी होगी लेकिन यहां कोई सुनवाई नहीं है, पिछले 2 माह से पटवारी उनके दस्तावेजों का रखा था उसके बाद उसने तहसील कार्यालय में कागजाब जमा कर दिया है लेकिन यहां आने से कोई भी उनके कागजाब के बारे में नहीं बता रहा है, कई बार पुसौर तहसील कार्यालय के चक्कर काट चुके ग्रामीण दंपति निराश होकर वापस लौट गये।