Homeरायगढ़धरमजयगढ़ विकासखंड की कई राशन दुकानों में चावल का शॉर्टेज

धरमजयगढ़ विकासखंड की कई राशन दुकानों में चावल का शॉर्टेज

खाद्य निरीक्षक नहीं दे रहे हैं ध्यान, एसडीएम कर रहे हैं कार्रवाई, हितग्राही परेशान

क्रांतिकारी न्यूज
रायगढ़। केंद्र व राज्य सरकारों की सबसे महत्वाकांक्षी योजना पीडीएस वितरण प्रणाली फिलहाल धरमजयगढ़ विकासखंड में दम तोड़ती नजर आ रही है। विकासखंड की कई पीडीएस दुकानों में चावल का शॉर्टेज है जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा कई बार धरमजयगढ़ के खाद्य निरीक्षक को किया जाता रहा है। मगर कार्रवाई के नाम पर नोटिस की खानापूर्ति के सिवाय अब तक ग्रामीणों के किसी भी शिकायत पर कोई ठोस कार्रवाई होता नहीं दिख रहा है। ना ही गरीबों के चावल पर मची इस लूट की खबर जिले के आला अधिकारियों को है क्योंकि ग्रामीणों की शिकायत को निचले स्तर पर ही दबा दिया जा रहा है। पीडीएस दुकानों में चावल की उपलब्धता नहीं होने की शिकायत का पत्र खाद्य निरीक्षक के टेबल का धूल फांकने के ही काम आ रहा है।

धरमजयगढ़ विकासखंड के दूर दराज के क्षेत्र में गरीब हितग्राहियों को इस अव्यवस्था का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है । ग्रामीण क्षेत्रों में कई गरीब परिवार ऐसे हैं जो पीडीएस के चावल और राशन सामग्री के ऊपर ही निर्भर हैं। समय पर इन्हें सरकार की योजना अंतर्गत मिलने वाली राशन यदि नहीं मिल पाए तो इन्हें भूखे पेट ही रहना पड़ता है। फिलहाल मामला कापू, विजयनगर और नरकालो शासकीय उचित मूल्य दुकान का है जहां चावल का शॉर्टेज होने के कारण हितग्राही चावल के लिए भटक रहे हैं। ऐसे ही कई मामले ग्रामीण क्षेत्र से लगातार आते रहते हैं मगर धरमजयगढ़ के खाद्य निरीक्षक का इस ओर कोई विशेष ध्यान नहीं है। लगातार हो रही शिकायतों और पीडीएस वितरण में गड़बड़ी के मामले में जब धरमजयगढ़ खाद्य निरीक्षक से बात करने की कोशिश की गई, तो उनसे कोई संपर्क नहीं हो सका लेकिन धरमजयगढ़ अनुविभागीय अधिकारी डिगेश पटेल इस मामले में कार्रवाई की बात कह रहे हैं। अब इतने बड़े पैमाने पर राशन दुकानों में चावल के शॉर्टेज को देखकर लगता है कि यह मामला उच्च स्तरीय जांच का है जिसका संज्ञान जिले के उच्च अधिकारियों को तथा शासन के मंत्रियों को लेना चाहिए।

खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं दुकानदार
विकासखंड ग्रामीण क्षेत्र तथा शहर के आसपास की कई उचित मूल्य दुकानें ऐसी हैं जहां चावल का शॉर्टेज है। मगर दुकानदार इस मामले में खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं। कई दुकानदार दबे स्वर में बता रहे हैं कि उनसे जबरदस्ती प्रशासन चावल की रिकवरी कर रही है जबकि इस मामले में कहानी कुछ और है। लेकिन दुकानदार सामने आकर कुछ कहने से बच रहे हैं क्योंकि उन्हें अपनी दुकान भी चलानी है और फिर समुंदर में रहकर मगरमच्छ से दुश्मनी कौन करे।
30 प्रतिशत दुकानों में शॉर्टेज की आशंका
धरमजयगढ़ विकासखंड और तहसील छाल तथा कापू अंतर्गत लगभग 130 ग्रामीण पीडीएस की दुकानें हैं और नगर पंचायत क्षेत्र में 7 दुकानें संचालित हैं। सूत्र बताते हैं कि लगभग 30 प्रतिशत दुकानों में चावल का शॉर्टेज है। अब सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी संख्या में दुकानों में चावल का शॉर्टेज होने की बात सामने क्यों आ रही है क्या राशन वितरण प्रणाली में कोई बड़ा गोलमाल हुआ है या स्थानीय अधिकारी और राशन दुकानदारों ने मिलकर कई गरीबों के हक पर डाका डाला है, यह तो जांच का विषय है।
क्या कहते हैं अधिकारी
कुछ पंचायतों से अनियमितता की शिकायत मिली है वहां टैबलेट के माध्यम से राशन वितरण कराया जा रहा है कुछ पंचायतों में गबन का मामला भी सामने आया है जिन्हें नोटिस दिया गया है। गड़बड़ी करने वाले सोसाइटियों से रिकवरी की जा रही है।
-डिगेश पटेल, एसडीएम धरमजयगढ़

Mentor Ramchandra (Youtube)

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