
जूटमिल क्षेत्र के गांधीनगर के एक मकान में चल रही थी प्रार्थना सभा, जमकर हुआ हंगामा
महीने भर में धर्मांतरण के पांच मामले आए सामने, हिंदू संगठनों में देखा जा रहा भारी रोष
क्रांतिकारी न्यूज
रायगढ़। रायगढ़ शहर में रविवार को फिर धर्मांतरण का मामला सामने आया। शहर में धर्मांतरण का यह पांचवां मामला है। शहर के जूटमिल क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 33 गांधीनगर इलाके के एक घर में प्रार्थना सभा चल रही थी। वहां पर लगभग 135 लोग सभागार में मौजूद थे। बताया जा रहा है कि चंगाई और प्रार्थना और प्रलोभन के बहाने धर्म परिवर्तन के लिए सभा में लोगों को प्रेरित किया जा रहा था। यह मामला तब गरमाया जब रविवार सुबह करीब 11 बजे स्थानीय लोगों से जानकारी मिलने उपरांत हिंदू संगठन और विहिप तथा बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता बड़ी तादाद में जूटमिल थाना क्षेत्र के गांधीनगर के कथित पास्टर के प्रार्थना घर के सामने हंगामा करने लगे।
मामले की जानकारी मिलते ही प्रभारी सीएसपी अखिलेश कौशिक, एसडीएम प्रवीण तिवारी 3 थानेदारों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस बल किसी तरह हंगामा शांत करने का प्रयास करते रहे। लेकिन विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता और हिंदू संगठन के लोग पादरी सउल नागा के घर के सामने जय श्रीराम के नारे लगाते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। उनकी मांग थी कि धर्म परिवर्तन का खेल चलने वाले लोगों की गिरफ्तारी की जाए। काफी हंगामा के बाद मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस घर के अंदर जाकर पादरी से पूछताछ की और धर्म परिवर्तन के मामले से जुड़े दो लोगों को थाने ले गई। महीने भर के अंदर पांच मामले धर्म परिवर्तन के सामने आने के बाद लोग अंदेशा जता रहे हैं कि धर्म परिवर्तन कराए जाने का रैकेट रायगढ़ शहर में बड़े पैमाने पर चल रहा है।
हिंदू संगठनों का हल्ला बोल
धर्म परिवर्तन कराए जाने के मामले को लेकर शहर के हिंदू संगठनों का हल्ला बोल कार्यक्रम चल रहा है। बजरंग दल विहिप और हिंदू संगठनों के सक्रियता के कारण ही शहर में चल रहा धर्मांतरण के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। अब तक सामने आए मामलों में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं की सक्रियता सामने आई जिसमें मुख्य रूप से अंशु टुटेजा, सुनील तीर्थनी, जगजोत भला, अमितेश गर्ग, अंकुर गोरख, दिव्यांश पांडेय,अंकित गोरख, सहित अन्य जागरूक लोगों की भूमिका रही है।
महिलाओं को किया जाता है प्रभावित
अब तक रायगढ़ में धर्मांतरण के जो मामले सामने आए हैं उसमें अधिकतर धर्मांतरण करने वालों की प्रार्थना सभा में पुरुष के मुकाबले महिलाओं की उपस्थिति ज्यादा रही है। बताया जाता है कि धर्मांतरण के काम में लगे लोग महिलाओं को ज्यादा टारगेट करते है। कभी उन्हें बीमारियों से छुटकारा दिलाने के नाम पर तो कभी सभा में चंगाई कार्यक्रम के नाम से तो कभी गरीब महिलाओं को अलग-अलग प्रलोभन देकर उन्हें सभा में बुलाकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता है। इनके जाल में सबसे पहले परेशान और गरीब महिलाएं फंस जाती हैं।
पुलिस की सक्रियता से मामला हुआ शांत
लगातार धर्म परिवर्तन से जुड़ा मामला सामने आने से लोगों का गुस्सा बढऩे लगा है। रविवार सुबह काशीराम चौक के पास एक घर में धर्म परिवर्तन करने मामला सामने आते ही सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्र हो गई । पुलिस के सामने ही लोग मारने पीटने की बात और गाली-गलौज करने लगे। कुछ उपद्रवी तो वहां ऐसे थे जो किसी तरह वहां का माहौल बिगाडऩा चाहते थे। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के कारण कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हो पाई। पुलिस की सक्रिय कार्रवाई से मामला जल्द शांत हो गया। हालांकि लगातार रायगढ़ में ऐसे मामले सामने आने के कारण लोगों का आक्रोश बढ़ते जा रहा है। प्रशासन को धर्म परिवर्तन के मामले को गंभीरता से लेना होगा आने वाले समय में इस प्रकार की भीड़ और लोगों के गुस्से का फायदा उपद्रवी तत्व उठाकर शहर का माहौल खराब कर सकते हैं।
कांग्रेस और भाजपा एक-दूसरे पर लगा रही आरोप
धर्म परिवर्तन के मामले में भाजपा के जिला अध्यक्ष ने पहले ही राज्य सरकार के पुलिस को धर्म परिवर्तन के मामले में संरक्षण देने का आरोप लगाया और सरकार और पुलिसिया कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। उनका आरोप है कि कांग्रेस की सरकार में ऐसे लोग और धर्मांतरण के मामलों को फलने-फूलने दिया गया। कांग्रेस सरकार में धर्मांतरण के मामलों में गंभीरता से कार्रवाई नहीं हुई। वहीं कांग्रेस के शहर अध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि जब से भाजपा सरकार आई है, तब से धर्मांतरण के मामले बढ़े हैं। लालच देकर इस तरह धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है जो गलत है। उनका कहना है कि कांग्रेस पिछले 5 साल छत्तीसगढ़ में सरकार में थी, तब ऐसे मामले सामने नहीं आए। उससे पहले प्रदेश में 15 साल भाजपा की सरकार थी, तब भी धर्मांतरण के मामले तेजी से बढ़े थे।