
क्रांतिकारी संकेत
सारंगढ़। नगर पालिका परिषद सारंगढ़ के द्वारा 53 दुकानों के आबंटन हेतु विज्ञापन जारी किया गया है। जिसमें विकलांग को दिए जाने वाले आरक्षण एवं भूतपूर्व सैनिक को दिए जाने वाले आरक्षण को भुला दिया गया है। प्रार्थी विजय कुमार यादव एवं सालबाई लहरे के द्वारा आवेदन दिया गया है कि वे विकलांग कोटा के तहत आरक्षण के अधिकारी हैं लेकिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी नगर पालिका सारंगढ़ की ओर से दुकानों के आबंटन में विकलांग कोटा का आरक्षण छोड़ दिया गया है। ऐसे में सरकार का विकलांगों को दिया जाने वाला लाभ स्वमेव समाप्त हो जाता है।
इसी तरह आशीष कुमार पांडेय भूतपूर्व सैनिक निवासी सारंगढ़ ने कलेक्टर को आवेदन दिया है कि वह भूतपूर्व सैनिक है जो शासन के नियमों के तहत आरक्षण कोटे में आता है। लेकिन सारंगढ़ नगर पालिका के द्वारा जारी दुकान आबंटन टेंडर में भूतपूर्व सैनिक आरक्षण कोटे को भी भुला दिया गया है। ऐसे में व्यथित होकर विकलांग कोटे से एवं भूतपूर्व सैनिक के कोटे से मरहूम आवेदकों ने कलेक्टर सारंगढ़-बिलाईगढ़ एवं एसडीएम तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारी सारंगढ़ बिलाईगढ़ को आवेदन देते हुए नियमानुसार टेंडर जारी करने और दुकान देने का निवेदन किया है।
नगर पालिका में भर्राशाही का राज
नगर पालिका सारंगढ़ में किसी भी प्रकार से नियमों के पालन में लापरवाही की जा रही है। टेंडर निकालने में तथा दुकान आबंटन में संविधान प्रदत एवं शासन द्वारा दिए जाने वाले अधिकारों का उल्लंघन करते हुए आरक्षण कोटे को अपनी मर्जी से हटा दिया जा रहा है। सीएमओ को आवेदन दिए जाने के बाद भी उस पर सुनवाई अभी तक नहीं हुई है। ऐसे में भूतपूर्व सैनिक एवं विकलांग कोटे के प्रार्थी कहां जाएं? वर्तमान में सीएमओ राजू पांडेय कार्यरत हैं।
नीलामी निरस्त करने की मांग
नगर पालिका कार्यालय के द्वारा दुकान आबंटन हेतु आम सूचना को गलत बताते हुए आवेदक अमर जांगड़े ने पूरी प्रक्रिया को ही निरस्त करने की मांग कर दी है। आवेदक अमर जांगड़े ने विकलांग एवं भूतपूर्व सैनिक के लिए दुकान आबंटन करने के साथ साथ शिक्षित बेरोजगारों हेतु, विधवा हेतु भी आरक्षण करने के लिए निवेदन किया है। अब देखना यह है कि जनता के द्वारा उठाई जा रही मांग पर क्या कार्यवाही होती है।
अब कलेक्टर से आसरा
आवेदकों के द्वारा मौखिक रूप से एवं लिखित रूप से आवेदन दिया गया है। जिसमें मुख्य नगर पालिका अधिकारी सारंगढ़ बिलाईगढ़ एवं एसडीएम सारंगढ़ बिलाईगढ़ को भी आवेदन दिया गया है। कुछ आवेदन 4 जुलाई को ही दिए जा चुके थे लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही या भूतपूर्व सैनिक तथा विकलांग को राहत देने के लिए नहीं की गई है। ऐसे में अब कलेक्टर जनदर्शन में दिए गए आवेदन से आवेदकों को बहुत भरोसा है। निष्पक्ष एवं अपनी बेहतर कार्यशैली के लिए गरीबों के हित में काम करने वाले नियम के पक्के सारंगढ़ बिलाईगढ़ के कलेक्टर पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं कि वे निष्पक्ष होकर उचित कार्यवाही करेंगे। बाकि अंतिम परिणाम कलेक्टर के निर्णय के बाद ही पता चलेगा।