
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली में मिला था उत्कृष्टता सम्मान
क्रांतिकारी संकेत
रायगढ़। 8 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आर्मी वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन (आवा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की माता वीर नारी श्रीमती आशा त्रिपाठी को समाज सेवा, शिक्षा, कर्तव्यनिष्ठा और भारतीय सेना के लिए समर्पण तथा अन्य आवा सदस्यों के लिए सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करने में उनकी सक्रिय भूमिका के लिए उन्हें उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिसे 24 जुलाई को कोसा (छत्तीसगढ़ ओडिसा सब एरिया) कमांडर, रायपुर के रायगढ़ प्रवास के अवसर पर आयोजित पूर्व सैनिक सम्मेलन के मंच से यह सम्मान कोसा कमांडर की पत्नी श्रीमती बावा द्वारा उन्हें प्रदान किया गया। श्रीमती आशा त्रिपाठी को राष्ट्रीय स्तर पर दिए गए इस सम्मान से न केवल रायगढ़ जिला बल्कि छत्तीसगढ़ भी गौरवान्वित हुआ है।

विदित हो कि बीते गुरूवार की दोपहर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय द्वारा भूतपूर्व सैनिकों का सम्मेलन कलेक्टोरेट के ऊपरी सभागार में आयोजित किया गया, इस सम्मेलन में छत्तीसगढ़ ओडीशा सब एरिया कोसा कमांडर ब्रिगेडियर टीएस बावा, कर्नल राजेन्दर सिंह के साथ ही एनसीसी कमांडेंट कर्नल प्रवीन कुमार तेवतिया तथा बिलासपुर जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के प्रभारी अधिकारी श्री तिवारी खास तौर पर शामिल हुए। सबसे पहले कोसा कमांडेंट ब्रिगेडियर टीएस बावा ने शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम पहुंचकर $फौजी परंपरा के अनुसार उनकी प्रतिमा पर रीथ अर्पित करते हुए शहादत को नमन् किया। इस दौरान शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की वीर माता आशा त्रिपाठी और वीर पिता सुभाष त्रिपाठी के साथ भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष सूबेदार मेजर सत्यनारायण प्रधान सहित सभी प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद कलेक्टोरेट के ऊपरी सभागार में भूतपूर्व सैनिकों के सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत कोसा कमांडेंट ब्रिगेडियर टीएस बावा की अध्यक्षता में शुरू हुई, इस दौरान भूतपूर्व सैनिकों, शहीद के आश्रित परिजनों को होने वाली समस्याओं को एक-एक कर विस्तार से सुना गया और भरोसा दिलाया गया कि उनकी सभी समस्याओं के निराकरण के लिए छत्तीसगढ़ ओडीशा सब एरिया कार्यालय पूरी तरह संवेदनशील भी है और गंभीर भी। इस दौरान भूतपूर्व सैनिकों की तर$फ से सीएसडी कैंटीन, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हॉस्पिटल को इम्पैनल कराने, शहीद स्मारक के लिए शहर में उचित जगह चयन करवाकर युद्धक टैंक लगाने जैसे विषय भी संज्ञान में लाये गये। जिस पर कोसा कमांडेंट ने विस्तार से बातचीत करते हुए अपनी सहमति दे दी।