
दूर-दूर से देवी दर्शन के लिए आते हैं श्रद्धालु, नवरात्रि में 900 से अधिक ज्योतिकलश प्रज्जवलित
बरमकेला। सारंगढ़ जिले के बरमकेला तहसील में स्थित चांटीपाली दुर्गा मंदिर, भक्तों के लिए आस्था और श्रद्धा का प्रमुख केंद्र बन गया है। यह मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण न केवल स्थानीय लोगों के बीच, बल्कि दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी विशेष आकर्षण का स्थल है। माँ दुर्गा के इस प्राचीन मंदिर में हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने और आशीर्वाद प्राप्त करने आते हैं।
बरमकेला से 1 किलोमीटर दूर दानव करवट पहाड़ तलहटी के नीचे मेन रोड में स्थित दुर्गा मंदिर लोगों का आस्था का केंद्र बना हुआ है। इस मंदिर को लगभग 51 वर्षों हो गया है। मंदिर मैं मां दुर्गा की पूजा आराधना प्रतिदिन किया जाता है। राहगीर हमेशा प्रतिदिन आना जाना लगा रहता है एवं मां का दर्शन कर आगे बढ़ते हैं जिससे मां की आशीर्वाद से मनोकामना पूर्ण होता है ऐसा मान्यता है। इस मंदिर में चैत्र नवरात्रि एवं क्वार नवरात्रि साज सज्जा के साथ हर्ष उल्लास के साथ मां दुर्गा की पूजा की जाती है। मंदिर में ज्योति गृह है जिसमें अखण्ड दीप 900 से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा जलाया जा रहा है।जिससे दर्शन करने और मा दुर्गा की आशीर्वाद के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे है।
नवरात्रि में पूजा-पाठ और भजन-कीर्तन का आयोजन
इस मंदिर में काली माँ, हनुमान, भैरव नाथ का भी दर्शन भक्तों को हो जाता है। यह मंदिर अपने विशेष धार्मिक इतिहास और मान्यताओं के कारण प्रसिद्ध है। मान्यता है कि माँ दुर्गा यहाँ अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करती हैं। विशेष रूप से नवरात्रि के समय यहाँ का माहौल अत्यधिक धार्मिक हो जाता है, जब दूर-दूर से लोग यहाँ देवी के दर्शन करने और अनुष्ठानों में भाग लेने आते हैं। नवरात्रि के दौरान मंदिर में खास आयोजन होते हैं, जिसमें हवन, पूजा-पाठ और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।