
मौजूदा पार्षद महेश कंकरवाल के साथ अनूप रतेरिया, सुरेश गोयल व शक्ति अग्रवाल की दावेदारी
क्रांतिकारी संकेत
रायगढ़। नगर निगम रायगढ़ के चुनाव आरक्षण संपन्न होने के बाद कई वार्डों में घमासान होगा। वहीं दूसरी ओर कई वार्ड में नये चेहरे नजर आएंगे। इन सबके बीच बहुत सारे दिग्गज चेहरों को अपना वार्ड बदलना भी पड़ेगा। ऐसे मे वार्ड नं. 19 के सबसे ज्यादा चर्चा में रहने की संभावना नजर आती है। वहां पर वर्तमान भाजपा के पार्षद महेश कंकरवाल तो मजबूत है हीं क्योंकि वह 2 बार के पार्षद चुने जा चुके हैं। दूसरी ओर पूर्व पार्षदों में अनुप रतेरिया ताल ठोकते नजर आ रहे हैं। वह भी 2 बार के पार्षद रह चुके हैं। इस बार जितने पर सभापति पद के सशक्त दावेदार है। ऐसे में टिकट के लिए अनुप रतेरिया अपना पूरा जोर लगाएंगे। जिसमें उनके भाई मीडिया कर्मी अनिल रतेरिया का भी साथ मिलेगा।
वार्ड नं. 19 से ही पूर्व सभापति सुरेश गोयल भी आते हैं जो उस वार्ड में अपनी अच्छी पकड़ के लिए जाने जाते हैं। सुरेश गोयल को पूर्व सभापति होने का लाभ मिलेगा। साथ ही वे सामाजिक कार्यों के माध्यम से अपनी उपस्थिति लगातार दर्शित करते रहते हैं। वार्ड नं. 19 मे एक नया चेहरा भी सामने आ सकता है वह है युवा भाजपा नेता शक्ति अग्रवाल का। शक्ति अग्रवाल शहर के प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं। शक्ति सामाजिक कार्यों से तो जुड़े ही हैं साथ ही चेम्बर ऑफ कॉमर्स में पदाधिकारी भी हैं। जिसके चलते उनकी सामाजिक पकड़ व व्यापारिक क्षमता से सभी वाकिफ हैं। वे राजनैतिक परिवार बृजमोहन अग्रवाल के बहुत ही करीबी माने जाते हैं।
इसके अलावा और भी कई भाजपाई उम्मीदवार टकटकी लगाए बैठे हुए हैं। लेकिन इन चार शक्तिशाली दावेदारों के अलावा प्रतीक अग्रवाल, तरूण अग्रवाल, मनीष पालिवाल, संजय बजनिया आदि नाम भी प्रभावशाली है। लेकिन अभी तक किसी ने दावेदारी नहीं ठोकी हैं। यदि दावेदार बढ़ते हैं तो टिकट मिलने वाले को इन सबकी नाराजगी झेलनी होगी। अब देखना यह है कि दावेदारों की भीड़ में ये सब दावेदार टिकट की दौड़ में कितनी दावेदारी मजबूती से संगठन एवं वरिष्ठ नेताओं के समक्ष रख पाते हैं। वास्तविकता यह है कि ओ पी चौधरी वित्त मंत्री छत्तीसगढ़ शासन का हाथ जिस पर भी अंतिम रूप से समर्थन में आएगा वहीं टिकट की दौड़ में सबसे आगे रहेगा। बहरहाल यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन यह तय है कि जिसको भी टिकट मिले वह मजबूत दावेदार साबित होगा।

कांग्रेस से मजबूत दावेदारी कम
वार्ड नं. 19 में शहर क्षेत्र का वार्ड होने के कारण, सामान्य वार्ड होने के कारण भाजपा मे दावेदारों की संख्या भरमार है। लेकिन कांग्रेस की ओर से मजबूत दावेदारी बहुत ज्यादा नजर नहीं आती। आशीष शर्मा के रूप में कांग्रेस की दावेदारी का परचम लहरा सकता है। आशीष शर्मा कांग्रेस के संगठन में महत्वपूर्ण पद पर आसीन हैं। वहीं अपने सामाजिक कार्यों के माध्यम से वार्ड में पैठ बनाए हुए हैं। इसलिए आशीष की दावेदारी सबसे ज्यादा मजबूत नजर जाती है। लेकिन वार्ड नं. 19 का क्षेत्र देखा जाए तो वरिष्ठ कांग्रेसियों का भी रहा है। जहां रमेश बंसल, संतोष राय, अनिल डालमिया आदि को भी कांग्रेस मे महत्व मिलता रहा है। संतोष राय तो ऊंचे कद के नेता कांग्रेस में माने जाते हैं। इसलिए वह पार्षद चुनाव के लिए बिल्कुल भी इच्छा नहीं रखेंगे। ऐसा माना जा रहा है। लेकिन जो भी कांग्रेस से चुनाव लड़ेगा उसे संतोष राय का आशीर्वाद अनिवार्य चाहिए होगा। चूूंकि अनिल डालमिया की श्रीमती सुषमा डालमिया पूर्व मे निर्दलीय महापौर मधु बाई के समय एमआईसी सदस्य रह चुकी है। इसलिए कांग्रेस में इस परिवार का ग्राफ नीचे गिरा है। वहीं दूसरी ओर रमेश बंसल राजनीति से थोड़ा दूर-दूर रहे हैं। लेकिन अनुभव के नाते उनका भी महत्व बना हुआ है। ऐसे मे आशीष और अन्य के बीच टिकट की रस्सा कस्सी रहेगी। देखना है कौन बाजी मारे।