
निकाय और पंचायत चुनाव के बाद बेहतर परफॉर्मेंस करने वालों को ही मिलेगा संगठन में नेतृत्व करने का मौका
क्रांतिकारी संकेत न्यूज
रायगढ़। छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनाव के लिए 20 दिसंबर के बाद कभी भी आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में कांग्रेस के पास चुनावी तैयारी के लिए वक्त बहुत कम है। इस बीच जिला और ब्लॉक में अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही है। या यूं कहें कि पुराने अध्यक्षों को बदले जाने की कवायद चल रही हैं। अब ऐसे में नए अध्यक्षों पर जिम्मेदारी रहेगी कि सत्ता के दौरान नजरअंदाज किए गए कार्यकर्ताओं को किस तरह से साथ लाएंगे। मगर लगता है प्रदेश कांग्रेस कमेटी रायगढ़ जिले में नई नियुक्तियों को लेकर किसी पशोपेश में है।
रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष अरुण मालाकार का कार्यकाल पूरा हुए लगभग 2 साल हो गए। वहीं शहर अध्यक्ष अनिल शुक्ला को भी बदले जाने की बात चर्चा है। शहर और ग्रामीण अध्यक्ष के पद के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक अभी तक किसी एक नाम पर पार्टी आला कमान में सहमति नहीं बन पाई है। विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस शहर और ग्रामीण अध्यक्ष का दायित्व ऐसे चेहरे को सौंपना चाहती है जो जन सरोकार के मुद्दों को लेकर आक्रामक छवि होने के साथ-साथ संगठन में सबकी स्वकारोक्ति वाला व्यक्तित्व हो। मगर रायगढ़ शहर कांग्रेस कई खेमों में बटी हुई नजर आती है। इनको एक मंच पर लाना नए अध्यक्ष के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। फिलहाल कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से ऐसे कोई संकेत नहीं है जिससे यह कहा जा सके कि नगर निकाय चुनाव से पहले ग्रामीण और शहर कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति हो जाएगी। अलबत्ता वर्तमान संगठन के नेतृत्व में ही नगर निकाय और पंचायत चुनाव लड़े जाने की संभावना है। शहर और ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष पद के दावेदारों को अभी नगर निकाय और जनपद पंचायत के चुनाव पूरे होने तक इंतजार करना पड़ेगा। नगर निकाय और पंचायत चुनाव के बाद संगठन में बेहतर परफॉर्मेंस करने वाले कार्यकर्ता को ही रायगढ़ शहर और ग्रामीण के संगठन में नेतृत्व करने का मौका मिल सकता है।

अनिल शुक्ला और अरुण मालाकार पर भरोसा अनुभव का मिलेगा लाभ
नगर निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ होने की संभावना है। ऐसे में नए अध्यक्षों की नियुक्ति होने से उनके लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को एकजुट करना और समन्वय बनाना बहुत कठिन होता जिससे कांग्रेस को अधिक नुकसान होने की संभावना थी। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने अनिल शुक्ला और मालाकार की जोड़ी पर ही निकाय चुनाव पूरी करने की जिम्मेदारी सौंप रही है। अनिल शुक्ला और अरुण मालाकार को राजनीति का लंबा अनुभव है शहर अध्यक्ष अनिल शुक्ला रायगढ़ के राजनीति के रग रग से वाकिफ है। वहीं ग्रामीण अध्यक्ष अरुण मालाकार को रायगढ़ जिले के ग्रामीण क्षेत्र नगर पंचायत एवं जनपद पंचायत में काम करने का लंबा अनुभव है। रायगढ़ जिले के संगठन की कमान लगभग 6 वर्षों से संभाल रहे हैं जिसका फायदा निगम और पंचायत चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिल सकता है।
नगर निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी के लिए दिया निर्देश
बुधवार को राजीव भवन रायपुर में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रदेश भर के कांग्रेस संगठन के जिला अध्यक्षों की मीटिंग ली है। बैठक में पीसीसी चीफ ने नगर निकाय और पंचायत चुनाव के तैयारी के लिए दिशा निर्देश जारी किया हैं। दरअसल निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस जमकर धरना प्रदर्शन अपनी उपस्थिति दर्ज करना चाहती है। जिससे निकाय और पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी आक्रामक छवि बना सके। यह बताना भी लाजमी होगा कि नगर निकाय चुनाव में प्रत्याशियों का चयन निचले स्तर की गतिविधियों और सर्वे के आधार पर किया जाएगा।